पूर्वी दिल्ली के कल्याणपुरी में सोमवार सुबह बेरोजगार बेटे को काम के लिए टोकने पर उसने गुस्से में पिता की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। इस दौरान बचाने पहुंची मां पर भी बेटे ने चाकू से हमला किया। मृतक की पहचान 55 वर्षीय देवेंद्र के रूप में हुई है। वहीं, गंभीर रूप से घायल देवेंद्र की पत्नी 52 वर्षीय मंजू का इलाज सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस ने वारदात के बाद हत्या समेत अन्य धारा में केस दर्ज कर आरोपी 25 वर्षीय विशाल को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक देवेंद्र परिवार के साथ कल्याणपुरी के पश्चिमी विनोद नगर इलाके में रहते थे। परिवार में पत्नी मंजू, बड़ा बेटा विकास, विकास की पत्नी और छोटा बेटा विशाल है। देवेंद्र दिल्ली जल बोर्ड में कार्यरत थे।
देवेंद्र का अपना तीन मंजिला मकान था, जिसमें वह नीचे के तल पर रहते थे, जबकि विकास अपनी पत्नी के साथ दूसरी मंजिल पर रहता है। पुलिस के अनुसार, विशाल पिछले आठ महीने से बेरोजगार है। वह पहले भी कभी काम करता था तो कभी बेरोजगार रहता था। विशाल अपना खर्च चलाने के लिए माता-पिता से रुपये मांगता था।
माता-पिता उसे अक्सर काम करने के लिए कहते, जिस पर वह भड़क जाता था और झगड़ने लगता था। सोमवार सुबह करीब छह बजे भी देवेंद्र ने विशाल को काम देखने के लिए बोला तो वह भड़क गया। गुस्से में विशाल रसोई घर में गया और सब्जी काटने वाला चाकू लेकर आ गया। उसने चाकू से पिता पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
आवाज सुनकर मंजू पति को बचाने दौड़ीं तो विशाल ने उन पर भी चाकू से हमला कर दिया। आरोपी ने माता-पिता पर कई बार चाकू से वार किए। दोनों खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर गए। बड़े बेटे विकास की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल देवेंद्र व उनकी पत्नी को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल लेकर गई, जहां डॉक्टरों ने देवेंद्र को मृत घोषित कर दिया। वहीं, मंजू को गंभीर हालत देखते हुए सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है।
भैया-भाभी को भी मारने का प्रयास
आरोपी विशाल अपने भैया विकास और भाभी से भी नाराज था। झगड़े के दौरान विकास और उनकी पत्नी माता-पिता का साथ देते थे और वे भी विशाल को कुछ काम करने के लिए बोलते थे। सोमवार सुबह माता-पिता को चाकू मारने के बाद विशाल दूसरी मंजिल पर अपने भैया-भाभी के पास पहुंचा और दरवाजा खटखटाते हुए जान से मारने की धमकी देने लगा। विकास ने डर से दरवाजा नहीं खोला और पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो नीचे कमरे में खून से लथपथ देवेंद्र और उनकी पत्नी पड़ी हुई थीं, जबकि आरोपी विशाल घर में ही था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी को नशे की लत
आरोपी विशाल को नशे की लत है, जिसके चलते वह नौकरी ठीक से नहीं कर पाता और बीच में ही छोड़ देता है। विशाल नशे की लत को पूरा करने के लिए माता-पिता से रुपये मांगता रहता था और रुपये नहीं देने पर नाराज हो जाता था। विशाल नशा करने वाले लोगों की संगत में रहता था, जिसके चलते उसका स्वभाव अलग हो गया था। वह छोटी-छोटी बातों पर परिवार के लोगों पर गुस्सा करता था।