कॉर्बेट पार्क के नाम से विश्व विख्यात रामनगर विधानसभा भाजपा और कांग्रेस की राजनीति का केंद्र है। राज्य बनने के बाद भाजपा चुनाव से पहले पांच बार प्रदेश स्तर की बैठकें कर रणनीति बना चुकी है। राष्ट्रीय संगठन का हस्तक्षेप होने से भाजपा की बैठकें अहम होती रही है। कांग्रेस चार बार बैठक कर चुनावी शंखनाद का आगाज कर चुकी है। रामनगर में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी कार्यकर्ताओं में चुनाव फतह को लेकर जोश भर चुके हैं। रामनगर से जीतकर ही एनडी तिवारी कांग्रेस के मुख्यमंत्री बने थे। मौजूदा सीएम तीरथ रावत का नाता भी रामनगर से गहरा रहा है।
वह सीएम रहते हुए भी पौड़ी संसदीय सीट के रामनगर विधानसभा से सांसद हैं। भाजपा-कांग्रेस को अन्य कई बड़े चेहरे भी रामनगर ने दिए हैं। रविवार शुरू हुए चिंतन बैठक का आगाज भी रामनगर से हो रहा है। चुनाव में कार्यकर्ता की जिम्मेदारी, नेतृत्व का विजन, विधायक की जनता में पकड़ आदि मुद्दे अहम होंगे। विधायक दीवान बिष्ट ने बताया कि प्रदेश के अन्य विधानसभा से अधिक बैठक रामनगर में होती है। पूर्व विधायक रणजीत रावत ने बताया कि रामनगर में कांग्रेस की प्रदेश स्तर की बैठकें कई हो चुकी है, जिसमें चुनाव को लेकर मंथन किया गया था।
भाजपा की कब हुई बैठकें
-2002 में प्रदेश कार्यकारिणी बैठक
-2006 में रामनगर चिंतन शिविर
-2012-13- में प्रदेश स्तर की बैठक
-2016- प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक
-2021 में तीन दिवसीय चिंतन शिविर
आज इन बिंदुओं पर मंथन
-विधायकों के कार्यों की समीक्षा।
-बूथों की स्थिति, मजबूती के उपाय।
-विस चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी का वितरण
-उत्तराखंड में उपचुनाव कराने या नहीं कराने पर मंथन।
कांग्रेस की बैठकें
-2002 में प्रदेश कार्यकारिणी
-2006 में प्रदेश कार्यकारिणी
-2010 वरिष्ठ नेताओं की बैठक
-2017 में महिला कांग्रेस बैठक
3 बार कांग्रेस-2 बार भाजपा जीती
नाम पार्टी
योगम्बर सिंह कांग्रेस
एनडी तिवारी कांग्रेस, उपचुनाव
दीवान सिंह बिष्ट भाजपा
अमृता रावत कंग्रेस
दीवान सिंह बिष्ट भाजपा