जेवर एयरपोर्ट के निर्माण में जा रहे आधा दर्जन गांवों को अब जेवर में बसाया जा रहा है। प्रशासन ने किसानों को बुधवार तक मकानों को खाली करने का समय दिया है, जिससे जेवर में बनने वाले एयरपोर्ट की गति रफ्तार पकड़ सके। इसके लिए पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों को प्रत्येक गांव में तैनात किया गया है।
जेवर एयरपोर्ट में जाने वाले आधा दर्जन गांवों को खाली कराने के लिए सात उपजिलाधिकारी, तीन तहसीलदार के अलावा पुलिस अधिकारियों को प्रत्यके गांव में तैनात किया गया है। इनमें गांव नगला छीतर में उपजिलाधिकारी गुंजा सिंह व प्रशिक्षु एसडीएम अंकित कुमार, गांव दयानतपुर खेड़ा व किशोरपुर में प्रशिक्षु एसडीएम कोमल पंवार व न्यायायिक तहसीलदार जेवर अखिलेश कुमार, गांव नगला फुल खां में एसडीएम संजय कुमार, गांव नगला शरीफ खां में एसडीएम अमित कुमार वर्मा व गांव रोही में एसडीएम दिनेश कुमार सिंह, गजेन्द्र सिंह व तहसीलदार जेवर विनय प्रताप सिंह भदौरिया को बुधवार तक गांवों को खाली कराने की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।
खुद मकान तोड़ रहे : गांव रोही, दयानतपुर खेड़ा, किशोरपुर, नगला फुल खां, नगला शरीफ खां, नगला छीतर, नगला गणेशी में किसान खुद अपने मकानों को तोड़ रहे हैं। किसान मलवे को ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर जेवर में विस्थापित होने वाले स्थान पर ले जाकर नवनिर्माण करा रहे हैं।
शौचालय न होने से किसान परेशान : जिन गांवों को जेवर में विस्थापित किया जा रहा है, वहां उनके लिए प्रशासन ने शौचालय की व्यवस्था नहीं कराई, जिससे किसान परेशान हैं। उपजिलाधिकारी जेवर रजनीकांत का कहना है कि किसानों के लिए जल्द ही अस्थाई शौचालयों की व्यवस्था कराई जाएगी।