गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाले कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति को नोएडा से वाराणसी तक ले जाने के लिए एंबुलेंस चालक ने मई माह में पांच लाख रुपये किराया वसूला। जिलाधिकारी ने पीड़ित महिला की शिकायत पर मालमे की जांच शुरू करा दी है। साथ ही गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी के पास भी शिकायत भेजी जाएगी।
राजनगर एक्सटेंशन निवासी एक महिला गुरुवार को जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह से मिली। उन्होंने बताया कि अप्रैल में उनके देवर की तबीयत खराब हो गई थी। कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। गाजियाबाद में भर्ती कराने के लिए कई अस्पतालों में संपर्क किया गया, मगर किसी को भी बेड नहीं मिला। इसके बाद नोएडा के एक अस्पताल ले गए। वहां पहुंचने पर अस्पताल में बेड खाली नहीं होने की बात कहकर भर्ती करने से इनकाकर कर दिया। इसके बाद रिश्तेदारों ने वाराणसी के एक अस्पताल में भर्ती कराने का इंतजाम किया। वहां तक मरीज को ले जाने के लिए नोएडा से एक एम्बुलेंस बुक की गई। परिजन एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम से युक्त एम्बुलेंस से मरीज को वाराणसी ले गए। महिला का आरोप है कि वाराणसी तक जाने के लिए एम्बुलेंस चालक ने उनसे 5 लाख रुपये किराया वसूला। उन्होंने चालक से किराया कम करने की बात कही, लेकिन वह नहीं माना। इसी बीच शासन ने एम्बुलेंस के रेट तय कर दिए। परिजन एम्बुलेंस चालक से मिल। उन्होंने प्रशासन से शिकायत करने की बात कही। इस पर चालक ने एक लाख रुपये वापस कर दिए। महिला ने ढाई लाख रुपये वापस कराने की मांग की है।
अन्य एम्बुलेंस चालकों की जांच चल रही
अस्पतालों में भर्ती किसी मरीज की हालत यदि ज्यादा खराब हो जाती थी तो परिजन मरीज को दूसरे अस्पताल में रेफर कराते थे। इस बात का एम्बुलेंस चालक फायदा उठाते थे। गाजियाबाद के कई एम्बुलेंस चालकों की शिकायत प्रशासन के पास पहुंची है। उन सभी की जांच चल रही है।
50 अस्पतालों पर नजर
कोरोना का इलाज कराने के नाम पर मरीजों से ज्यादा रकम वसूलने वाले अस्पतालों की जांच भी चल रही है। ज्यादा बिल वसूलने की जांच नगर आयुक्त और अन्य शिकायतों की जांच अपर नगर मजिस्ट्रेट को सौंपी गई हैं। इस समय 50 से ज्यादा अस्पतालों की जांच चल रही है।
”महिला की शिकायत पर अपर नगर मजिस्ट्रेट को जांच सौंपी है। एंबुलेंस के लिए निर्धारित किराये से ज्यादा रकम लेना सही पाया गया तो चालक पर कार्रवाई होगी।” -राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी