पटना में लगातार दूसरे दिन छात्रों ने उग्र प्रदर्शन किया और जुलूस निकाला। बिहार बोर्ड से शिक्षा मंत्री के आवास तक छात्रों ने प्रदर्शन किया जुलूस निकाला। एआईएसएफ का छात्र जुलूस के रूप में शिक्षा मंत्री आवास पर पहुंचे तो पुलिस से उनकी तीखी झड़प भी हुई। शिक्षा मंत्री ने छात्रों को मुलाकात के लिए शुक्रवार का समय दिया है। एआईएसएफ प्रतिनिधिमंडल से शिक्षामंत्री अपने आवास पर कल बातचीत करेंगे। एसटीईटी नियुक्ति में पारदर्शिता और नोटिफिकेशन जारी करने को लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किया।
इससे पहले बुधवार को भी प्रदर्शन हुआ था। बिहार बोर्ड की ओर से जारी एसटीईटी रिजल्ट के बाद छात्र आक्रोशित हो गए थे। मेरिट से बाहर किये जाने पर छात्रों ने प्रदर्शन किया। सीधे शिक्षा मंत्री से मिलने उनके आवास पर पहुंच गए। छात्रों ने उनके समक्ष अपनी मांगों को रखा। इसके बाद मंत्री से सभी सफल छात्रों को मेरिट में जगह देने का आश्वाशन देने की बात छात्रों से कही है। ये छात्र बिहार बोर्ड की ओर से जारी मेधा सूची का विरोध कर रहे हैं।
बोर्ड के समक्ष रखी अपनी ये मांगें
-विषयबार कटऑफ के आधार पर मेधा सूची जारी क्यों नहीं की गई।
-पुरुष और महिला वर्ग का कटऑफ अलग-अलग जारी क्यों नहीं की, ताकि सही जानकारी मिल सके, कितने पर छात्रों चयन हुआ है।
-किस विषय में कितनी रिक्तियां थी कितना रिजल्ट जारी हुआ। इसे स्पस्ट क्यों नहीं किया गया।
-जब तय सीटों से कम रिजल्ट हुआ तो अभ्यर्थी मेरिट से बाहर कैसे हुए, इसका जवाब देना चाहिए।
-बिहार बोर्ड ने रिजल्ट के समय ही कटऑफ क्यों नहीं निकाला, एकाएक अंक मेरिट डाल दिया गया
-महिला अभ्यर्थी का 33 फीसदी आरक्षित है उस अनुरूप रिजल्ट क्यों नहीं दिया गया।
-शिक्षामंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था जो सफल हुए सभी की नौकरी पक्की है। फिर बाहर क्यों किया गया।
-बिहार बोर्ड ने जिन 12 विषय का रिजल्ट पूर्व में जारी किया था, उसमें विषय बार सफल छात्रों की संख्या क्यों नहीं दी थी, उसमें सिर्फ रिक्तियां बताई गई थी।