सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर फरीदाबाद के खोरी गांव के दस हजार अवैध निर्माणों को तोड़े जाने से पहले पुनर्वास की मांग को लेकर मंगलवार सुबह सात बजे दिल्ली कूच करने जा रहे खोरी गांव के लोगों को पुलिस ने रोक दिया। खोरी गांव के चारों तरफ बैरिकेड लगाकर इसे छावनी में तब्दील कर दिया गया है। किसी को अंदर और बाहर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। पुलिस ने यहां सुबह चार बजे ही मोर्चा संभाल लिया था। हालांकि, इसके बावजूद कुछ लोग गुप्त रास्तों से दिल्ली के बदरपुर बॉर्डर पर पहुंच गए, लेकिन उन्हें पुलिस ने वापस लौटा दिया।
सांसद सुशील गुप्ता को पुलिस ने हिरासत में लिया
खोरी गांव के लोगों की अगुवाई करने को बदरपुर बॉर्डर पर पहुंचे आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा संसाद सुशील गुप्ता को हरियाणा पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। फरीदाबाद जिला स्तर के पार्टी के पदाधिकारी भी उनके साथ हैं। ‘आप’ प्रवक्ता विनोद भाटी का कहना है कि सांसद को हिरासत में लेकर हरियाणा पुलिस ने सेक्टर-31 पुलिस लाइन में रखा हुआ है। उन्होंने कहा कि हरियाण पुलिस सुबह से ही उन्हें गुमराह करती रही। उन्हें बताया गया कि यह दिल्ली पुलिस सरिता विहार का मामला है, इसलिए हरियाण का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
पुलिस ने अनुमति का बहाना बनाक हिरासत में लिया-भाटी
‘आप’ प्रवक्ता विनोद भाटी का कहना कि हरियाणा पुलिस ने सांसद सुशील गुप्ता को दिल्ली कूच करने की अनुमति नहीं होने के नाम पर हिरासत में लिया है, जबकि सांसद के पास इसकी अनुमति है। लोग दिल्ली के जंतर-मंतर पर जाते उसके बाद अपनी बात रखने के लिए प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय जाते। इनके लिए पहले ही अनुमति ली हुई थी। इसके बावजूद हरिया पुलिस ने सांसद को हिरासत में लिया है।
यह थी खोरी गांव के लोगों का प्रोग्राम
गौरतलब है कि ‘आप’ सांसद सुशील गुप्ता की अगुवाई में मंगलवार को खोरी गांव के लोग पहले जंतर-मंतर जाते, उसके बाद वहां से ‘जहां झुग्गी-वहीं मकान’ की भाजपा सरकार की घोषणा के तहत खोरी में ही अपने पुनर्वास की मांग करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय जाकर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देते।
डीयू के छात्र समर्थन देने पहुंचे
दिल्ली कूच करने वाले खोरी गांव के लोगों को समर्थन देने के लिए डीयू के छात्र भी बदरपुर बॉर्डर पहुंचे। राजबीर कौर ने बताया कि वे भगत सिंह छात्र एकता मंच से जुड़ी हैं और डीयू से पंजाबी लिटरेचर में पीएचडी कर रही हैं। उन्होंने बताया कि वे खोरी के ग्रामीणों का समर्थन करने आए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों का घर तोड़ने से पहले उनका पुनर्वास किया जाए। लोग सालों से यहां रह रहे हैं। वहीं, डीयू से स्नातक कर रहे अश्वनी का कहना है कि गांव की जमीन बेचकर लोगों ने यहां आकर घर बनाए हैं। लोगों को कैद कर रखा है, जो अमानवीय है।
डीयू में फिलॉस्फी में रिसर्च कर रहे प्रभाकर ने बताया कि खोरी गांव के लोगों से हरियाणा पुलिस देश की नागिकता के प्रमाण पत्र मांग रही है। ऐसा करके पुलिस लोगों को मानसिक रूप से भी परेशान कर रही है। डीयू से पंजाबी विभाग से सर्टिफिकेट कोर्स कर रही संगीता का कहना है कि देश में विदेशी कंपनी को जगह दी जा रही है तो फिर खोरी गांव के लोग तो भारत के ही नागरिक हैं, इनके लिए भी सरकार को जगह देनी चाहिए।
दिल्ली जाने से रोकने पर लोगों में गुस्सा
खोरी गांव के लोगों में दिल्ली जाने से रोके जाने को लेकर हरियाण पुलिस के खिलाफ भारी गुस्सा है। सपना गुप्ता का कहना है कि यह लोगों को कैद करने जैसा है। काफी दिनों से गांव की बिजली-पानी बंद की हुई है और अब लोग अपनी बात रखने के लिए प्रधानमंत्री कार्यक्रम जाना चाहते हैं तो पुलिस उन्हें जाने से रोक रही है। रिजवान का कहना कि उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि लोगों के साथ ऐसा सलूक क्यों किया जा रहा है। एक तरफ पुनर्वास से पहले लोगों के घर तोड़े जा रहे है, वहीं दूसरी तरफ लोगों को घर खाली करने की मोहलत भी दी जा रहा है, लेकिन ऐसी हालत में उन्हें घर से बाहर भी नहीं जाने दिया जा रहा है। लोगों का कहना है कि धारा 144 और कोरोना के नियमों का पालन करते हुए वे अपनी बात प्रधानमंत्री तक पहुंचाना चाहते हैं, लेकिन अब उन्हें घर से बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है।
सांसद को साथ ले गई दिल्ली पुलिस
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता नवीन ने बताया कि आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील गुप्ता को सेक्टर-31 थाने की पुलिस ने हिरासत में लिया था, जहां से दिल्ली पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई।
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