हरियाणा के सिरसा जिले के कालांवाली में लॉकडाउन के दौरान एक राइस मिल को फैक्ट्री बंद होने के बावजूद 90 करोड़ रुपये से अधिक का बिजली बिल भेजा गया है। हालांकि, बिजली विभाग ने इस गलती के पीछे सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी की बात कही है।
बिजली बिल मिलने के मामले में श्री गणेश राइस इंडस्ट्रीज के मालिक ने कहा कि आम तौर पर हमें 5-6 लाख रुपये का बिल मिलता है, लेकिन अब जब फैक्ट्री बंद है तो हमें 90.137 करोड़ रुपये से अधिक का बिल मिला है। हमने बिजली विभाग में इसकी शिकायत दर्ज कराई है उम्मीद है जल्द इसका समाधान हो जाएगा।
90 करोड़ रुपये के बिजली के मामले में विभाग के एसडीओ रवि कुमार ने कहा कि नए सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के कारण 90 करोड़ रुपये का बिल भेजा गया है। यह बिल अब सही कर दिया गया है, इसे ऑनलाइन भी अपडेट किया जाएगा।
बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ऐसा ही एक और मामला जींद जिले में देखने को मिला था, जहां बिजली विभाग की तरफ से भेजा गया 16 हजार रुपये का बिल एक उपभोक्ता को ज्यादा लग रहा था तो उसने बिल ठीक करने का आवेदन कर दिया, लेकिन जो नया बिल मिला उसे देख उस उपभोक्ता को जोरदार झटका लगा। बिजली विभाग ने 69 लाख से ज्यादा का नया बिल भेज दिया वह भी इस चेतावनी के साथ की देरी होने पर दो लाख का जुर्माना भी देना होगा।
बिजली उपभोक्ता अशोक मित्तल के मुताबिक, उनकी शहर के पुरानी अनाज मंडी में स्थित आढ़त की दुकान पिछले साल लगे लॉकडाउन के समय से बंद पड़ी है। उन्होंने बताया कि दुकान में बिजली का 40 साल पुराना कनेक्शन है। मित्तल के मुताबिक, 23 अप्रैल को उन्हें इस कनेक्शन के लिए 16 हजार रुपये का बिल आया, जो उन्हें ज्यादा लगा क्योंकि दुकान बंद थी। उन्होंने इस संबंध में बिल ठीक करने के लिए बिजली दफ्तर में आवेदन दिया था। मित्तल ने बताया कि उनके आवेदन पर बिल ठीक होना तो दूर उल्टे उन्हें 69,53,846 रुपये का बिल भेज दिया गया। इस बिल के हिसाब से भी केवल 86 यूनिट ही बिजली खपत थी।