आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को नॉर्थ एवेन्यू के उच्च सुरक्षा वाले इलाके में स्थित उनके सरकारी आवास में कुछ अज्ञात लोगों द्वारा तोड़फोड़ किए जाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने इस संबंध में दो लोगों कि गिरफ्तार किया है। हालांकि, पुलिस ने अभी उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए हैं। इस घटना को ‘आप’ नेता द्वारा राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में कथित तौर पर भ्रष्टाचार पर दिए उनके बयान से जोड़कर देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं ऐसे हमलों से नहीं डरूंगा और मैं भगवान श्री राम के नाम पर किए जा रहे इस घोटाले को उजागर करना जारी रखूंगा।
घटना के बाद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि यह हमला अयोध्या में मंदिर के लिए जमीन का एक टुकड़ा अधिक मूल्य पर खरीदने में राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े एक कथित घोटाले के खिलाफ उनके रुख से जुड़ा है।
आप’ नेता ने ट्वीट कर कहा, ”मेरे घर पर हमला हुआ है। भाजपाइयों, कान खोलकर सुन लो, चाहे जितनी गुंडागर्दी कर लो, प्रभु श्री राम के नाम पर बनने वाले मंदिर का चंदा चोरी नहीं करने दूंगा। इसके कारण चाहे मेरी हत्या हो जाए।”
वहीं, दिल्ली पुलिस ने कहा कि मंगलवार को कुछ लोगों द्वारा ‘आप’ सांसद संजय सिंह के आवास पर लगी नेमप्लेट को हटाने का प्रयास किया गया। नई दिल्ली जिले के डीसीपी दीपक यादव ने बताया कि इस घटना के संबंध में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। किसी को कोई शारीरिक चोट नहीं आई है। आगे की जांच जारी है।
गौरतलब है कि दो दिन पहले ‘आप’ नेता संजय सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करा रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए उसकी जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कराने की मांग की थी।
संजय सिंह ने रविवार को यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया था कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपये कीमत की जमीन 18 करोड़ रुपये में खरीदी है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सीधे-सीधे मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है और सरकार इसकी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराए।
हालांकि, चंपत राय ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह इस तरह के आरोपों से नहीं डरते। वह खुद पर लगे आरोपों का अध्ययन करेंगे। मीडिया को जारी बयान में चंपत राय ने कहा कि हम पर तो महात्मा गांधी की हत्या करने का आरोप भी लगाया गया था। हम आरोपों से नहीं घबराते। मैं इन आरोपों का अध्ययन और उनकी जांच करूंगा।