राजस्थान की तरफ से आने वाली धूल भरी हवाओं के चलते दिल्ली की हवा एक बार फिर से खराब हो गई। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, मंगलवार के दिन दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के अंक के पार हो गया। सफर का अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों के बीच वायु गुणवत्ता का स्तर इसके आसपास ही बना रहेगा।
अलग-अलग मौसमी घटनाओं के चलते दिल्ली के लोग अपेक्षाकृत साफ-सुथरी हवा में सांस ले रहे थे। लेकिन, पश्चिमी हवाओं के चलते हवा में धूल कणों की मात्रा अब बढ़ गई है। सीपीसीबी के मुताबिक मंगलवार के दिन दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 205 के अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है। इससे पूर्व 23 मई के दिन भी राजस्थान की ओर से आने वाली हवाओं के चलते पूरे वातावरण में धूल की एक परत छा गई थी।
केन्द्र द्वारा संचालित संस्था सफर के मुताबिक अगले तीन दिनों के दौरान तेज हवाओं का दौर जारी रहेगा। इसके चलते जहां एक ओर प्रदूषक कण तेजी से साफ होंगे। वहीं, राजस्थान की ओर से आने वाली ये हवाएं अपने साथ धूल कण भी ले आएंगी। इसके चलते वायु गुणवत्ता का स्तर इसके आसपास बने रहने की संभावना है।