एलोपैथी पर दिए गए बयान को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने बाबा रामदेव के खिलाफ बिहार में जगह-जगह मुकदमे कराने का निर्णय लिया है। रविवार को राजधानी पटना में हुई आईएमए बिहार के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक में इस अभियान को तेज करने की रणनीति बनाई गई। डॉक्टरों ने कहा कि बाबा रामदेव को बिना तथ्य और लॉजिक के दिए अपने बयानों के लिए डॉक्टर समुदाय से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।
बैठक में डॉक्टरों ने प्रस्ताव पारित कर बाबा रामदेव पर आधुनिक चिकित्सा विज्ञान, पद्धति, कोविड टीकाकरण एवं अन्य एलोपैथी दवाओं के खिलाफ भ्रामक बयान देने और कोविड शहीदों के अपमान का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ राज्य की विभिन्न शाखाओं के सदस्यों द्वारा मुकदमा दायर करने का निर्णय लिया।
आईएमए पदाधिकारियों ने कहा कि बाबा रामदेव के बयानों से डॉक्टर समुदाय अपमानित महसूस कर रहा है। उनके मरीज उन्हें संदेह की निगाह से देख रहे हैं। ऐसे समय में बाबा रामदेव का यह बयान हैरान करने वाला है जब विश्वभर में कोविड आपदा के दौरान डॉक्टर अपनी जान गंवा कर लोगों की सेवा में दिन-रात लगे हुए हैं। उनके पास एलोपैथी पद्धति की छवि को खराब करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि बाबा रामदेव ने डॉक्टरों के प्रति अमर्यादित भाषा, वैक्सीन के प्रति दुष्प्रचार और कोरोना से लोगों को बचाने के दौरान शहीद हुए डॉक्टरों का घोर अपमान किया है। उन्होंने कहा कि उनके इस कृत्य के लिए डॉक्टर समुदाय ही नहीं हर जागरूक नागरिक आहत हुआ है। दुनिया में देश का मजाक उड़ा है।
जान गंवाने वाले डॉक्टर के परिवार को दिया 10 लाख का चेक
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के राष्ट्रीय निर्वाचित अध्यक्ष डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने मृत चिकित्सक डॉ. अनिल कुमार सिंह (मुजफ्फरपुर) की पत्नी होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. सुंगन्धी कुमारी को राष्ट्रीय आईएमए कोविड शहीद फंड से 10 लाख का चेक अनुदान स्वरूप दिया। रविवार को आईएमए, बिहार के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार की अध्यक्षता में हुई, जिसमें चेक दिया गया।बैठक के अंत में राज्य के सभी 151 शहीद चिकित्सकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।