यूपी में देर रात एक साथ कई आईएएस के ट्रांसफर कर दिए गए हैं। अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, कमिश्नर से लेकर कई जिलाधिकारियों तक को बदल दिया गया हैं। शासन स्तर के अधिकारियों के मुताबिक यह रूटीन तबादला है। वहीं इन ट्रांसफर को कुछ लोग तीन दिन पहले राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष के लखनऊ दौरे पर मंत्रियों द्वारा की गई शिकायत से जोड़ कर देख रहे हैं।
इन जिलों में बदले गए डीएम:
राकेश कुमार सिंह को डीएम गाजियाबाद बनाया गया है। अरविंद चौरसिया को डीएम लखीमपुर, अंकित अग्रवाल डीएम एटा, बालकृष्ण त्रिपाठी डीएम अमरोहा, शैलेंद्र सिंह डीएम मुरादाबाद, नरेंद्र शंकर पांडेय कमिश्नर झांसी मंडल, अंकित कुमार अग्रवाल को प्रयागराज विकास प्राधिकरण के वीसी से डीएम एटा बनाया गया है। इसके अलावा रामी रेड्डी सहकारिता से हटाकर अब उद्यान विभाग का एसीएस बन दिया गया है। वहीं बीएल मीणा सहकारिता के एसीएस बनाए गए। सुधीर गर्ग वन विभाग की जगह अब दुग्ध विभाग के प्रमुख सचिव हो गए हैं। मनोज सिंह को वन विभाग का नया एसीएस बनाया गया। के रवीन्द्र नायक प्रमुख सचिव समाज कल्याण अल्पसंख्यक कल्याण बने और एनजी रवि कुमार गोरखपुर के मंडलायुक्त बने और मुकेश मेश्राम को डीजी पर्यटन का भी चार्ज दिया गया।
जानिए मंत्रियों ने अधिकारियों के बारे में क्या कहा था ?
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष ने दो दिन का लखनऊ दौरा किया था। वह यूपी सरकार के मंत्रियों और विधायकों से मिले थे। सूत्रों का कहना है कि कुछ मंत्रियों ने अपने विभाग द्वारा किए गए अच्छे कार्यों का ब्योरा रखा तो कुछ ने अपने ही अधिकारियों के आगे लाचारी जताई थी। कहा था कि अधिकारी उनकी सुनते नहीं हैं तो कैसे वे कार्यकर्ताओं के काम करवाएं…। राष्ट्रीय महामंत्री संगठन ने मंत्रियों को ज्यादा से ज्यादा सेवा कार्य में जुटने, गांवों का भ्रमण करने और कोरोना के प्रबंधन में किए गए अच्छे कामों के बारे में ग्रामीणों को बताने की बात कही थी।