देश के सबसे बड़े निजी प्राइवेट बैंक HDFC Bank ने अपने ग्राहकों को मुंह बंद रखने की सलाह दी है। नहीं-नहीं, आप इसे गलत न समझें। बैंक ने ग्राहकों को ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए यह सलाह दी है। बैंक ने आगाह किया है कि साइबर ठग बैंक के फर्जी हेल्पलाइन नंबर के जरिए आपको बेवकूफ बनाकर आपकी जमा-पूंजी पर ‘डाका’ डाल सकते हैं। एचडीएफसी बैंक ने ट्वीट कर कहा है, ” आपको फिक्स्ड डिपॉजिट/रेकरिंग डिपॉजिट करने का मेसेज मिलता है, जो कि आपने किया ही नहीं है। ठग फर्जी HDFC बैंक हेल्पलाइन नंबर का उपयोग कर रहे हैं और लोगों से आपकी बैंकिंग जानकारी तक पहुंचने के लिए स्क्रीन-शेयरिंग ऐप डाउनलोड करने के लिए कह रहे हैं। इसलिए जब ऐसे ठग कॉल करें तो #MoohBandRakho का अभ्यास करें।”
ग्राहक के नंबर पर ठग कॉल करके कहते हैं कि मैं आपकी समस्या को सॉल्व करने के लिए बैंक से कॉल कर रहा हूं। इस ऐप को डाउनलोड करें और मुझे अपने FD/RD के स्टेटस को ट्रैक करने के लिए एक्सेस दें। अगर आपके पास ऐसी कॉल आती है तो रुकें और अपना मुंह बंद रखें। क्योंकि एचडीएफसी बैंक कभी भी किसी ग्राहक को अनऑथराइज्ड थर्ड पार्टी ऐप को डाउनलोड करने के लिए नहीं कहता।
बता दें पिछले साल कोरोना काल में बैंक ग्राहक धोखाधड़ी के खूब शिकार हुए और इस साल भी यह सिलसिला जारी है। अप्रैल-जून, 2020 में 19,964 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के 2,867 मामले सामने आए। 12 सरकारी बैंको में से एसबीआई में सबसे अधिक 2,050 धोखाधड़ी के मामले सामने आए। इन मामलों से जुड़ी राशि 2,325.88 करोड़ रुपये है। ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए रिजर्व बैंक अक्सर ग्राहकों को जागरूक करता रहता है।
एसबीआई में 2,050 धोखाधड़ी के मामले
आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून, 2020 में सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंको में एसबीआई में सबसे अधिक 2,050 धोखाधड़ी के मामले सामने आए। इन मामलों से जुड़ी राशि 2,325.88 करोड़ रुपये है। मूल्य के हिसाब से बैंक ऑफ इंडिया को धोखाधड़ी से सबसे अधिक चोट पहुंची। इस दौरान बैंक ऑफ इंडिया में 5,124.87 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के 47 मामलों का पता चला।