करीब 64 अरब की धातु कैलिफोर्नियम के साथ लखनऊ में पकड़ाए पटना के शाहजहांपुर निवासी रवि शंकर, नवादा के महेश समेत आठों युवकों को पुलिस ने धोखाधड़ी व ठगी की धारा में जेल भेज दिया। गाजीपुर थाना क्षेत्र में पालीटेक्निक चौराहे पर 340 ग्राम रेडियोएक्टिव पदार्थ कैलिफोर्नियम के साथ ये पकड़े गए थे।
रविशंकर की गिरफ्तारी से पटना पुलिस के कान खड़े हो गये हैं। हालांकि उसकी गिरफ्तारी के बारे में लखनऊ के गाजीपुर थाने की पुलिस ने पटना के शाहजहांपुर पुलिस से अभी तक संपर्क नहीं किया है। लेकिन शाहजहांपुर पुलिस ने अपने स्तर से छानबीन शुरू कर दी है। अभी तक की जांच में रवि शंकर की किसी अन्य मामले में संलिप्तता सामने नहीं आयी है। यह पता लगाया जा रहा है कि कीमती धातु कैलिफोर्नियम उसके पास कैसे आई।
कंकड़बाग में किराये के फ्लैट में रहता था रविशंकर
रविशंकर कंकड़बाग पंच मंदिर के पास किराये के मकान में फ्लैट लेकर रहता था। शादी के बाद अपनी पत्नी को तलाक दे दिया था। उसकी चार बहन हैं। सभी की शादी हो चुकी है। रविशंकर मां के साथ पटना में ही रहता था। रविशंकर के पिता स्व.रामलखन सिंह बीडीओ थे। रविशंकर के तीन चार दोस्त भी हैं, जो दुर्लभ पक्षी व पुराने मेटल युक्त चीजों को खरीदते हैं। ये लोग इस धंधे को एमटी गेम भी कहते थे।लॉकडाउन लगने बाद 15 दिन पूर्व वह अपनी मां को शाहजहांपुर छोड़ने स्कॉर्पियो से आया था। दो तीन दिन रहने के बाद दोस्तों के साथ पटना चला गया था।
कानपुर भेजी जाएगी धातु
बरामद कैलिफोर्नियम को जांच के लिये सोमवार को आईआईटी कानपुर भेजा जायेगा। इसके एक ग्राम की कीमत करीब 18 करोड़ रुपये बतायी जा रही है।
सिल्वर फ्वाइल में लपेट कर जार में रखा
वैज्ञानिकों से राय लेने के बाद इस पदार्थ को पहले सिल्वर फ्वाइल से ढका गया। फिर उसे शीशे के जार में रखा गया है। यह भी कहा गया कि इस पदार्थ को बहुत ज्यादा गर्मी में न रखा जाये। लिहाजा एसी लगे कम्प्यूटर रूम में इसे पूरी सुरक्षा के साथ रखा गया है।
वैज्ञानिक भी संशय में रहे
बीरबलशाह अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिकों को जब पुलिस ने इस बरामद धातु को दिखाया तो वह ज्यादा कुछ नहीं बता सके। एक वैज्ञानिक ने यह जरूर कहा कि इसमें कुछ रेडियम जैसा अंश दिख रहा है। पर, इसकी पुष्टि के लिये इस धातु को आईआईटी कानपुर की लैब भेजना बेहतर होगा। आईआईटी की इस लैब में रेडियोएक्टिव पदार्थ की जांच होती है।
कैलिफोर्नियम की तस्करी से जुड़े मामले अथवा नवादा के एक युवक की कथित गिरफ्तारी मामले में लखनऊ पुलिस द्वारा कोई संपर्क नहीं किया गया है। इस बारे में अधिकारिक रूप से कोई जानकारी मिलने पर मामले में अग्रतर कार्रवाई की जाएगी अथवा आवश्यकतानुसार जांच की जाएगी।