मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक वीभत्स घटना सामने आई है। दलित शख्स द्वारा पेड़ काटने से इनकार की वजह से उसकी प्रेग्नेंट पत्नी, दो बच्चों और सास को किडनैप कर लिया गया और सभी को चार दिनों तक टॉर्चर किया गया। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 350 किलोमीटर दूर छतरपुर जिले में बीते बुधवार को पत्रकार द्वारा पुलिस को जानकारी दिए जाने के बाद सभी को छुड़वाया गया। इस दौरान, प्रेग्नेंट महिला का आरोप है कि उसके बच्चों के सामने उसके साथ रेप भी किया गया।
पुलिस ने बताया है कि मुख्य आरोपी गांव का ही है और उसे गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, उसके दो करीबी पकड़े जाने से पहले ही भाग गए। गुरुवार को महिला ने पत्रकारों को बताया कि गांव के एक दबंग ने उसके साथ बलात्कार किया। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में दर्ज की गई एफआईआर में बलात्कार का जिक्र नहीं किया है।
एफआईआर में नामजद तीनों आरोपियों पर चोट पहुंचाने, अपहरण, अश्लीलता और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) कानून के तहत आरोप लगाया गया है। छतरपुर के पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने कहा कि वे मीडिया के सामने महिला के खुलासे के मद्देनजर एफआईआर में बलात्कार से संबंधित धाराएं जोड़ेंगे। सचिन ने कहा, ”महिला के शरीर पर चोट के निशान हैं और अपनी शिकायत में उसने पुलिस को केवल शारीरिक प्रताड़ना के बारे में सूचित किया। उसने हमें किसी भी यौन हमले के बारे में नहीं बताया था, लेकिन अगर वह कह रही है तो हम एफआईआर में बलात्कार की धारा को जोड़ेंगे।”
वहीं, राजनगर थाना प्रभारी पंकज शर्मा ने कहा कि मुख्य संदिग्ध ने 32 वर्षीय एक दलित मजदूर को अपने खेत में कुछ पेड़ काटने के लिए बुलाया था। लेकिन उसने कथित तौर पर इस आधार पर मना कर दिया कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है। सजा देने के लिए मजदूर को पीटा गया लेकिन वह आखिरकार भागने में सफल रहा। उन्होंने आगे कहा, ”बाद में, आरोपी मजदूर के घर पहुंचा और उसकी प्रेग्नेंट पत्नी, दो बच्चों और मां को पीटा। आरोपियों ने उनका अपहरण किया और उन्हें चार दिनों तक प्रताड़ित किया।”
पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक स्थानीय पत्रकार ने घटना के बारे में सुना और पुलिस को बताया। शर्मा ने कहा कि पुलिस ने बुधवार को उन्हें बचाया और स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उन्हें छुट्टी दे दी गई है।