प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान यास से हुई तबाही की समीक्षा बैठक में लेट पहुंचने पर ममता बनर्जी घिरतीं जा रही हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई चक्रवात की समीक्षा बैठक में ममता बनर्जी के व्यवहार को लेकर उन पर हमला बोला और कहा कि उनका आचरण बंगाल के लोगों का अपमान है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पीएम मोदी जी भारत के प्रधानमंत्री हैं। पूरा देश उन्हें फॉलो करता है। वह लोगों की भलाई और चक्रवात से प्रभावित लोगों का हाल-चाल जानने के लिए बंगाल गए थे। ममता दीदी का आचरण बंगाल के लोगों का अपमान है।’
शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में यास तूफान से हुई तबाही का जायजा लेने के लिए पश्चिमी मेदिनीपुर जिले में कालाईकुंडा में एक समीक्षा बैठक की। इस बैठक में ममता बनर्जी को भी आना था। हालांकि, वह करीब तीस मिनट की देरी से आईं और फिर साइक्लोन से हुए नुकसान की रिपोर्ट थमा कर चली गईं।
हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इंतजार कराने और मीटिंग के दौरान चले जाने पर ममता बनर्जी ने सफाई दी और कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी ने मीटिंग बुलाई थी। मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी और इस दौरान मेरी दीघा में मीटिंग थी। मैंने उन्हें रिपोर्ट सौंपी और 20,000 करोड़ रुपये की मदद की मांग की। 10,000 करोड़ रुपये की मदद दीघा के विकास के लिए और इतनी ही रकम सुंदरबन के विकास के लिए मांगी।’
ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने पीएम नरेंद्र मोदी से अनुमति लेने के बाद मीटिंग को छोड़ा था। उन्होंने कहा, ‘मैंने पीएम नरेंद्र मोदी को बताया कि मेरी राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ मीटिंग है। इसके बाद मैंने उनसे परमिशन ली और मीटिंग से बाहर निकली।’ बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि वह शनिवार को राज्य में यास तूफान से हुए नुकसान का जायजा लेंगी।