पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान यास से राज्य में 15 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने राहत और बचाव कार्य के लिए शुरुआती 1000 करोड़ रुपए के पैकेज का ऐलान किया। पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में नुकसान का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। मिदनापुर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी उनसे मुलाकात कर सकती हैं। इससे पहले वह भी प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा करेंगी।
बनर्जी ने कहा, ”अभी तक जो हमने नुकसान का आकलन किया है वह करीब 15 हजार करोड़ रुपए का है। यह बहुत शुरुआती आकलन है। गुरुवार को भी कुछ जिलों से बवंडर और आंधी की सूचना मिली है, जिससे कई घरों को नुकसान पहुंचा है। बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है।”
मई 2020 में जब राज्य में चक्रवाती तूफान अम्फान आया था तो राहत और बचाव कार्यों में टीएमसी कार्यकर्ताओं पर भ्रष्टाचार और भाई-भीताजावाद के आरोप लगे थे। सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधने के लिए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इसे बड़ा चुनावी मुद्दा बनाया था। इससे सबक लेते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि इस बार राहत कार्य सीधे सरकार की ओर से किया जाएगा। सरकार इस बार स्थानीय पंचायत नेताओं को शामिल किए बिना लाभ सीधे प्रभावित लोगों के अकाउंट में भेजा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”राहत और पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने से पहले हमें पर्याप्त सर्वे करने की जरूरत है। इसके लिए हम प्रॉजेक्ट ‘दुआरे त्रान’ (घर में राहत) शुरू करेंगे। 3 जून से 18 जून के बीच गांवों में कैप लगाए जाएंगे, जहां लोग घर और फसल को हुए नुकसान की जानकारी के साथ आवेदन देंगे। 19 जून से 30 जून के बीच जांच होगी। 1 से 8 जुलाई के बीच प्रभावित लोगों के खातों में राशि जमा की जाएगी।”