दिल्ली पुलिस ने मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी (Kala Jathedi) के खिलाफ सख्त महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) लगाया है। अलग-अलग राज्यों में उस पर करीब 7 लाख रुपये का इनाम घोषित है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने कहा कि फरवरी 2020 में हरियाणा पुलिस की हिरासत से फरार होने के बाद जठेड़ी दिल्ली-एनसीआर और उससे लगे राज्यों में अपना जाल फैला रहा है। उन्होंने कहा कि संदेह है कि गैंगस्टर देश छोड़कर चला गया है। पुलिस के मुताबिक जठेड़ी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है और उसके गैंग के सदस्य विभिन्न राज्यों में कई संगीन अपराधों में शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने बिश्नोई और संपत नेहरा को गिरफ्तार किया था और वे विभिन्न जेलों में बंद हैं। हाल में दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में हुए झगड़े में काला जठेड़ी का एक रिश्तेदार सोनू घायल हो गया था। इस मामले में दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
मकोका पहली बार 1999 में महाराष्ट्र में संगठित अपराध सिंडिकेट और अंडरवर्ल्ड पर नकेल कसने के लिए लागू किया गया था। वहां इसकी सफलता के कारण इस अधिनियम को 2002 में दिल्ली तक बढ़ा दिया गया।
मुंबई अंडरवर्ल्ड की तरह विदेश से गैंग चला रहे दिल्ली-एनसीआर के गैंगस्टर
गौरतलब है कि सोनीपत राई के गांव जठेड़ी निवासी गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी चार दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान समेत चार राज्यों का मोस्ट वांटेड है। 12वीं तक पढ़ा काला पहले केबल ऑपरेटर था। जून 2009 में उसने रोहतक के सांपला में लूट के दौरान पहली हत्या की थी, जिसके बाद से उसके कारनामों की फेहरिस्त लंबी होती चली गई। काला पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करता था, लेकिन अब वह खुद का गैंग चलाता है। पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि काला नेपाल के रास्ते थाईलैंड की तरफ भागा है।
गैंग : पुलिस की मानें तो काला जठेड़ी का गैंग अभी एनसीआर में सबसे बड़ा है। करीब 200 से अधिक बदमाश इस गैंग के सदस्य हैं। गैंग पर हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, लूट और डकैती के दर्जनों मामलों को अंजाम देने के आरोप है।
कार्रवाई : काला जठेड़ी की गिरफ्तारी पर विभिन्न राज्यों की पु़लिस की तरफ से सात लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। एजेंसियां विदेश में उसके सही ठिकाने की तलाश कर रही हैं।