भारतीय कप्तान विराट कोहली, उपकप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच रवि शास्त्री भी मंगलवार को इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली टीम के लिए तैयार किए जैव सुरक्षित वातावरण(बायो बबल) में शामिल हो गए। इसके साथ ही भारत की पुरुष और महिला टीमों का आठ दिन का कड़ा क्वारंटाइन भी शुरू हो गया। भारतीय महिला टीम की सदस्यों ने भी मुंबई में इंटरनेशनल हवाई अड्डे के करीब स्थित ग्रैंड हयात में आठ दिन के कड़े क्वारंटाइन में प्रवेश कर लिया है। सभी खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के आरटी-पीसीआर के तीन टेस्ट नेगेटिव आने के बाद दोनों टीमें दो जून को इंग्लैंड होगी।
भारतीय पुरुष टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जून से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना है। इसके बाद टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। महिला टीम को इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट, तीन वनडे और इतने ही टी-20 इंटरनेशनल मैच खेलने हैं। महिला टीम अपना अभियान 16 जून से शुरू करेगी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) के सूत्रों ने बताया, ‘ऋद्धिमान साहा और प्रसिद्ध कृष्णा कोविड-19 से पूरी तरह उबरने पर दो दिन बाद बायो बबल में आएंगे। मुंबई में रहने वाले खिलाड़ी जैसे विराट, रोहित और कोच शास्त्री बायो बबल में चले गए हैं।’
पता चला है कि खिलाड़ियों के परिवारों को अभी तक मंजूरी नहीं मिली है लेकिन बीसीसीआई को उम्मीद है कि जल्द ही ऐसा हो जाएगा। सूत्रों ने कहा, ‘हम खिलाड़ियों को तीन महीने तक अपने परिवारों से दूर नहीं रख सकते हैं और वह भी बायो बबल में। यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा नहीं है।’ टीमों के इंग्लैंड पहुंचने पर क्वारंटाइन की अवधि को लेकर अब भी बातचीत चल रही है। इस अवधि को कम किया जा सकता है।