चीन के एक चरवाहे ने कुछ ऐसा किया कि वहां के लोगों के लिए अचानक ही वह हीरो बन गया। दरअसल उसने एक अल्ट्रामैराथन के दौरान खराब मौसम की चपेट में आए 6 रनर्स की जान बचाई है। बता दें कि इस जानलेवा मैराथन के दौरान कुल 21 रनर जिंदगी की रेस हार गए थे।
ठंड से अकड़ा स्थिर खड़ा था रनर
चरवाहे झू केमिंग ने स्टेट मीडिया को बताया कि वह शनिवार को दोपहर के भोजन के समय अपनी भेड़ें चरा रहा था। तभी तेज हवाएं चलने लगी और बारिश के साथ तापमान गिर गया। इसके बाद वह एक गुफा में गया जहां उसने इमरजेंसी के लिए कपड़े और भोजन जमा कर रखा था। लेकिन अंदर उसने वहां एक रनर को देखा। वह एकदम स्थिर था और ठंड से उसका शरीर अकड़ गया था।
रनर की हथेली और पैरों को मला, जलाई आग
झू उस शख्स को गुफा के भीतर ले गया और ठंड से अकड़ी उसकी हथेली और पैरों को मलने लगा। झू ने तुरंत आग जलाई और उसके कपड़े सुखाए। काफी मशक्कत के बाद उसकी हालत में सुधार दिखा। फिर चार और रनर वहां पहुंचे जिनमें से कुछ बेहोश से हाल में थे। झू ने तुरंत उनकी भी मदद की। इसके बाद झू जैसे ही बाहर निकला तो उसे एक और रनर गुफा की ओर आता दिखा। वह उसे भी तुरंत गुफा के भीतर ले गया और कंबल देकर उसकी जान बचाई।
मैराथन में गई 21 रनर्स की जान
इस मैराथन में 172 रनर्स ने हिस्सा लिया था। शुरुआत में तो मौसम ठीक था, लेकिन रेस शुरू होने के कुछ समय बाद अचानक मौसम खराब होने लगा। येलो नदी के आसपास ऊंचाई वाले इलाके में आया ये मौसमी बदलाव धावकों के लिए जानलेवा साबित हुआ। जिसके चलते इनमें से 21 को जान गंवानी पड़ी।
अचानक से खराब हुआ मौसम
मैराथन शुरू होने का बाद दौड़ वाले इलाके में अचानक ओलावृष्टि एवं बर्फीली बारिश हो गई और तेज हवाएं चलने लगीं। एयर तापमान में अचानक गिरावट के कारण धावकों को परेशानी होने लगी। उन्होंने बताया कि कुछ प्रतिभागियों से मदद के संदेश मिलने के तुरंत बाद मैराथन आयोजकों ने एक बचाव दल भेजा, जो 18 प्रतिभागियों को बचाने में कामयाब रहा।