दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कथित “टूलकिट” जांच के सिलसिले में कांग्रेस के दो नेताओं को नोटिस जारी कर जांच में शामिल होने को कहा है। कांग्रेस ने भाजपा नेताओं के खिलाफ “जाली और मनगढ़ंत दस्तावेज” शेयर करने की शिकायत दर्ज कराई थी।
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो कांग्रेसी नेताओं राजीव गौड़ा और रोहन गुप्ता को पुलिस जांच में शामिल होने के लिए नोटिस दिया है।
जानकारी के अनुसार, 18 मई को मीडिया को संबोधित करते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया था कि ‘टूलकिट’ में कांग्रेस के सोशल मीडिया वॉलंटियर्स को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के निर्देशों के खिलाफ जाकर कोविड-19 के नए म्यूटेंड को “इंडियन स्ट्रेन” या “मोदी स्ट्रेन” कहने का निर्देश दिया गया था।
हालांकि, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इस मामले में दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा, पार्टी नेता बी.एल. संतोष और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि भाजपा नेताओं ने सांप्रदायिक विद्वेष, लोगों में अशांति पैदा करने और वर्तमान महामारी के बीच लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करने में मोदी सरकार की विफलता से ध्यान हटाने के इरादे से “जाली और मनगढ़ंत दस्तावेज” शेयर किए थे।
सोशल मीडिया पर हैशटैग #CongressToolkitExposed के साथ भाजपा नेताओं द्वारा कई गई टिप्पणियों के बाद इस मामले में शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर “झूठी, नकारात्मक खबरें फैलाने और असंतोष फैलाने” का आरोप लगाया था।
वहीं, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस के कथित “टूलकिट” पर कुछ पोस्ट के साथ इस्तेमाल किए गए “मैनीपुलेटिड मीडिया” टैग की जांच के संबंध में ट्विटर को नोटिस भेजा है। इससे पहले 24 मई को, दिल्ली पुलिस ने ट्विटर से कथित “टूलकिट” के संबंध में जानकारी साझा करने के लिए कहा था और केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस पर “टूलकिट” का आरोप लगाने वाले ट्वीट्स पर “मैनीपुलेटिड मीडिया” टैग का इस्तेमाल क्यों किया। स्पेशल सेल ने ट्विटर इंडिया के लाडो सराय, नई दिल्ली और गुरुग्राम स्थित दफ्तरों की भी तलाशी ली।