मानसून काल में संभावित आपदा को देखते हुए, सरकार दोनों मंडलों में बचाव और राहत कार्य के लिए हैलीकॉप्टर तैनात करने जा रही है। सात जून से दोनों जगह हैलीकॉप्टर तैनात हो जाएंगे। प्रदेश में हर साल मानसून काल में आपदा कहर बरपाती है। इस कारण सरकार को बचाव और राहत कार्य के लिए हैलीकॉप्टर की सेवाएं लेनी पड़ती है। कई बार हैलीकॉप्टर उपलब्ध न होने से बचाव अभियान में देरी हो जाती है। इसलिए सरकार इस बार मानसून काल में संभावित आपदा और बचाव कार्य के लिए पहले से हैलीकॉप्टर का प्रबंधन करने जा रही है। नागरिक उड्डयन विभाग ने इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर दी है, पांच जून टेंडर जमा करने की अंतिम तिथि तय की गई है। इसके बाद सात जून तक गढ़वाल और कुमांऊ में एक- एक हैलीकॉप्टर तैनात हो जाएगा।
सामान्य तौर पर हैलीकॉप्टर गौचर और पिथौरागढ़ में तैनात रहेंगे, जिन्हें जरूरत पर किसी भी जिले में अभियान पर लगाया जा सकेगा। हैलीकॉप्टर की तैनाती न्यूनतम दो महीने के लिए रहेगी, जिसे जरूरत पड़ने पर बढ़ाया जा सकता है। विभाग इसके लिए चयनित ऑपरेटर को अधिकतम 75 हजार रुपए प्रति घंटे की दर से उड़ान की अवधि का भुगतान करेगा। सीईओ उकाडा आशीष चौहान के मुताबिक सात जून तक प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इन हैलीकॉप्टर का इस्तेमाल सिर्फ आपदा संबंधित कार्य के लिए किया जाएगा। वहीं सरकार, मानसून सीजन में भूस्खलन के चलते सड़कें अवरुद्ध होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे निपटने के लिए सरकार लिंक मार्ग हैं पर कार्य कर रही है।