बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि पंचायत चुनाव की ड्यूटी निभाने वाले शिक्षकों व अन्य सरकारी कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण से मौत की शिकायतें आम हो रही हैं, लेकिन इनकी सही जांच न होने से इनके परिजनों को उचित सरकारी मदद भी नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार को इस पर तुरंत ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा है कि देश भर में कोरोना योद्धाओं के रूप में सम्मानित खासकर डाक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की सेवाकाल के दौरान हो रही बीमारी व मृत्यु आदि के संबंध में सरकारों की घोर अनदेखी व उपेक्षा की खबरें अति-दुखद। उनकी सुरक्षा आदि के बारे में सरकारों को पूरी तरह से गंभीर होने की सख्त जरूरत।
मायावती ने की थी आर्थिक मदद की मांग
इसके पहले मायावती ने ट्वीट कर पंचायत चुनाव में ड्यूटी कर मारे लोगों की आर्थिक मदद करने की सरकार से मांग की थी। वही उन्हीने अपने ट्वीट में लिखा कि इस कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते यदि यूपी सरकार पंचायत चुनाव को टाल देती या फिर इसे कुछ दिनों के लिए आगे बढ़ा देती तो उचित होता। इतना ही नहीं उन्होंने आगे लिखा कि यदि चुनाव टल जाते तो चुनाव ड्यूटी में लगे कई कर्मचारियों की मृत्यु नहीं होती. जो बेबद दुख की बात है।
इतना ही नहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी सरकार से मांग की है कि मृतक कर्मचारियों के परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाए। साथ ही उनके परिवार से एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की थी। वही उन्होंने अपने अगले एक ट्वीट में सरकार से गांव देहात में कोरोना के प्रकोप को रोकने की सलाह दी थी।