राजधानी पटना के बेली रोड स्थित एक बड़े निजी अस्पताल के आईसीयू में कोरोना संक्रमित पीड़ित महिला की मौत हो गई। मृत महिला की बेटी ने सोमवार को अपने मां के साथ अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। पीड़िता की बेटी बुधवार की सुबह थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए पहुंची। वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस घटना की समयबद्ध जांच की पैरवी की है। आयोग ने एक बयान में कहा, महामारी के दौरान अस्पतालों में महिलाओं के साथ हो रहे अपराध को लेकर आयोग चिंतित है।
बता दें कि सोमवार को पटना के निजी अस्पताल में आईसीयू में भर्ती महिला के साथ रेप का मामला प्रकाश में आया था। वह कोरोना पॉजिटिव थी। महिला की बेटी ने सोशल साइट पर मां के बयान का वीडियो जारी किया, जिसमें वह पूछती हुई नजर आ रही है कि उसके साथ गलत हुआ है कि नहीं। पीड़ित महिला बेटी को उसके साथ गलत होने की बात स्वीकार करती नजर आ रही है।
पीड़ित महिला की बेटी के अनुसार जब वह मां से मिलने पहुंची तो उसकी मां का हाथ-पैर बंधा हुआ था। जब वहां के कर्मचारियों से पूछा तो उन्होंने कहा कि उसकी मां की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। हालांकि मां ने गलत होने की बात बताई। पीड़िता को 15 मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल का पक्ष
वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि आईसीयू में इलाज के दौरान एक मरीज के रिश्तेदार द्वारा बदसलूकी का आरोप लगाया गया है। आंतरिक जांच में पाए गए तथ्यों के आधार हम आरोपों का खंडन करते हैं। हालांकि, पुलिस जांच कर रही है और हमने जांच में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। बिल्कुल गलत आरोप है। वहां 24 मरीज हैं। कुछ स्टाफ भी रहते हैं।