कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर की भविष्यवाणी हो रही हैं और इसे देखते हुए समय रहते बच्चों को महामारी से बचाने के लिये पयार्प्त उपाय करने की सख्त जरूरत है। राहुल गांधी ने मंगलवार को कोरोना से निपटने की सरकार की नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि महामारी से बच्चे सुरक्षित रहें इसके लिए मोदी सरकार को नींद से जगाना जरूरी है ताकि समय पर इलाज की पुख्ता व्यवस्था की जा सके। उन्होंने ट्वीट किया, ‘बच्चों को आने वाले समय में कोरोना से सुरक्षित रखने के उपाय करने की जरूरत होगी। स्थिति से निपटने के लिए बाल चिकित्सा सेवाएं और टीकाकरण-उपचार से संबंधी उपाय पहले से ही होने चाहिए। भारत के भविष्य के लिये जरूरी है कि वर्तमान ‘मोदी व्यवस्था’ को दुरुस्त करने के लिए उसे नींद से झकझोरा जाए।’
इससे पहले सोमवार को भी राहुल गांधी ने कोरोना संकट से निपटने में सरकार पर असफल रहने का आरोप लगाया था। राहुल गांधी ने लिखा था, ‘मोदी सरकार ने सिर्फ कोरोना संकट से निपटने में फेल रही है बल्कि लोगों के साथ खड़े होने में भी फेल साबित हुई है। ऐसी कई व्यक्तिगत कहानियां हैं, जिनमें लोगों ने बहादुरी दिखाई है और लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं।’ दूसरों की सेवा में तत्पर रहने वाले लोगों को नमन है, जिन्होंने दुनिया को दिखाया है कि भारत की असली पहचान आखिर क्या है। इससे पहले भी राहुल गांधी ने वैक्सीनेशन को लेकर केंद्र सरकार पर कई बार निशाना साधा है।
इस बीच उत्तराखंड कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए देहरादून स्थित अपने कार्यालय पर एक पोस्टर लगाया है। इस पोस्टर में कांग्रेस की ओर से सवाल किया गया है कि आखिर केंद्र सरकार ने कोरोना की वैक्सीन का देश से बाहर निर्यात क्यों किया। राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह की ओर से लगवाए गए पोस्टर में लिखा गया है, ‘मोदी जी, आपने हमारे बच्चों की वैक्सीन को विदेश क्यों भेजा है?’ पोस्टर को लेकर बात करते हुए एक कांग्रेस ने कहा कि भारत के लोगों को कोरोना वैक्सीन क्यों नहीं मिल पा रही है? इसका एक ही जवाब है कि सरकार ने बड़ी मात्रा में टीकों को विदेश भेज दिया।