शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सेंट्रल विस्टा बनाने की नरेंद्र मोदी-सरकार की योजना की आलोचना करते हुए पूछा है कि दिल्ली के नक्शे को बदलने से क्या फायदा होगा जब लोग जिंदा रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और मरने वालों का अंतिम संस्कार भी नहीं हो पा रहा है। गंगा में शव तैर रहे हैं। शिवसेना नेता ने यह भी कहा कि देश “राम भरोसे” चला रहा है।
संजय राउत ने कहा, “देश की स्थिति इतनी खराब है, दिल्ली के नक्शे को बदलकर आप क्या करेंगे? देश में लोग जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं … लोग पूछ रहे हैं कि केंद्रीय विस्टा, नई संसद [घर] या नए प्रधान मंत्री निवास की क्या आवश्यकता है? ” उन्होंने सवाल करते हुए यहां तक कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य की विधानसभा का काम रोक दिया है और कोविड -19 प्रबंधन के लिए धन का उपयोग किया है।
बता दें कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, द्रमुक प्रमुख एमके स्टालिन और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार सहित 12 विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी को सेंट्रल विस्टा परियोजना पर काम रोकने के लिए पत्र लिखा था जिसके एक दिन बाद संजय राउत का यह बयान सामने आया है ।
शिवसेना सांसद ने यह भी कहा कि हालांकि देश में एक प्रधान मंत्री, एक गृह मंत्री और एक स्वास्थ्य मंत्री हैं, लेकिन उन्हें कोविड प्रबंधन में सबसे आगे नहीं देखा जा रहा है। उन्होंने कहा, “एक सरकार, प्रशासन, प्रधान मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री हैं, कोविड -19 के कारण मौतें बढ़ रही हैं, वाराणसी से पटना तक कई लाशें गंगा में तैर रही हैं लेकिन पीएम और गृह मंत्री कुर्सी पर बैठए हैं लेकिन उन्हें बाहर देखे जाने की जरूरत है।”