बिहार के पूर्णिया जिले के केहाट थाना क्षेत्र के कोसी कॉलोनी स्थित ड्राइवर खाजू बैठा के घर से अपहृत हुए लोजपा नेता अनिल उरांव का हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। 30 अप्रैल को फिरौती के लिए अपहरण किए जाने के बाद उनकी हत्या अपराधियों के द्वारा गला दबाकर कर दी गयी थी। परिजनों के आवेदन पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था।
इस मामले में पूर्व में ही पुलिस ने दो तीन अभियुक्त दुलारी खातून उर्फ रानी , मुनचुन झा उर्फ बटेश कुमार और मो साकिब उर्फ राहुल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके मास्टर माइंड अंकित यादव की गिरफ्तारी के पुलिस की टीम लगातार छापेमारी कर रही थी। इसी क्रम में कसबा मदरसा चौक के समीप से कोसी कॉलोनी के रहने वाले अंकित यादव , वैशाली जिला के राघोपुर निवासी सतीश कुमार, विकास कुमार, मुकेश कुमार और पटना जिला के पटना सिटी निवासी विशाल कुमार को कार के साथ देसी पिस्टल, एक कट्टा 12 जिंदा कारतूस और 5 मोबाइल के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी से कड़ाई से पूछताछ की। इस मामले में पुलिस को कई अन्य अहम सुराग अनिल उरांव हत्याकांड में हाथ लगने की संभावना बताई जा रही है।
पुलिस ने फिलहाल इस मामले में सदर एसडीपीओ आनंद पांडे के नेतृत्व में अंकित यादव के भांजा मिट्ठू यादव के गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। बताया जाता है कि इस कांड के खुलासे में सदर एसडीपीओ के अलावा जिले के कई अन्य पुलिसकर्मी की टीम शामिल थी। पुलिस के समक्ष गिरफ्तार अपराधियों ने खुलासा किया है कि उन लोगों ने फिरौती के लिए ही अनिल उरांव की हत्या किया था। अपराधियों ने पुलिस को बताया कि वे लोग पहले अनिल उरांव को फिरौती लेने के बाद छोड़ देने की प्लानिंग में थे लेकिन पुलिस की लगातार दबिश भरने के बाद भी लोग डर से उनकी हत्या कर फरार हो गया था।
घटना के बाद दियारा क्षेत्र में छुपा था गुंडा
घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी बाहर भागने की फिराक में था। लेकिन इसी बीच अंकित यादव का भांजा बाहर भाग गया । ये सभी अपराधी भी बाहर भागने की तैयारी कर रहा था। पुलिस की सख्ती की वजह से यह लोग बाहर नहीं निकल पा रहा था। पुलिस अधीक्षक दयाशंकर ने बताया कि सभी अपराधी पूर्णिया जिले के ही आसपास के ग्रामीण और दियारा क्षेत्रों में जाकर शरण लिया हुआ था। पुलिस की टीम को जैसे ही उन लोगों के कसबा मदरसा चौक पहुंचने की भनक लगी कि उन्हें जाकर गिरफ्तार कर लिया गया है । बताया जाता है कि पूछताछ के क्रम में मिली जानकारी के आधार पर पुलिस की टीम अनुसंधान कर रही है। कई अन्य खुलासे हो सकते हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले को लेकर कई एंगल पर पुलिस की टीम के द्वारा अभी भी अनुसंधान की जा रही है। इस मामले में अन्य जो भी लोग शामिल होंगे उसके भी कनेक्शन की जांच पुलिस के द्वारा की जा रही है। उसे भी किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
10 लाख रुपया लेकर भांजा हो गया फरार
मास्टरमाइंड अंकित ने पुलिस की टीम को बताया कि रूपया लेकर उनका भांजा मिट्ठू कुमार ही फरार हो गया है उनके गिरफ्तारी होने के बाद ही अब इस बात का खुलासा हो पाएगा कि आखिर रुपया कहां है। उन्हें कौन बचा रहा था और वह किसकी शरण में इतने दिनों से छुपकर रह रहा था। इस तरह की तमाम बिंदुओं पर पुलिस की टीम के द्वारा काम की जा रही है। पुलिस अधीक्षक दयाशंकर ने बताया कि जल्द ही अंकित यादव के भांजा मिट्ठू को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा