इजराइल ने गाजा पट्टी में सैन्य हमला तेज कर दिया है जिसमें हमास के 10 शीर्ष चरमपंथियों की मौत हो गई और कई हवाई हमलों में वे इमारतें जमींदोज हो गईं जहां हमास के लोग रहते थे। गाजा पट्टी में सैन्य हमले के बाद इजराइल और फलीस्तीन में तनाव भी बढ़ गया है। इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को फलीस्तीन के साथ खड़े होने की बात कही है।
इमरान खान ने ट्वीट करते हुए कहा कि मैं पाकिस्तान की पीएम हूं और हम गाजा के साथ खड़े हैं। हम फलीस्तीन के साथ खड़े हैं। इसके साथ-साथ इमरान खान ने पोस्टर भी शेयर किया है जिसमें अमेरिकी साम्राज्यवादी का कोट लिखा हुआ है। इससे पहले इमरान खान ने इजराइल की ओर से गाजा पट्टी में स्थिति एक मस्जिद पर हवाई हमले होने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय से फलीस्तीन को सुरक्षा देने के लिए तत्काल एक्शन लेने की मांग की थी।
फलीस्तानी का ज्यादा नुकसान
बता दें कि दोनों देशों के बीच बुधवार को हुए हवाई हमले में फलीस्तीन के कम से कम 53 और इजराइल के छह लोग मारे गए हैं। इस्लामी उग्रवादी समूह ने भी पीछे हटने का कोई संकेत नहीं दिया है और उसने इजराइली शहरों में सैकड़ों रॉकेट दागे। महज तीन दिन में दोनों के बीच लड़ाई ने 2014 के उस विध्वंसक युद्ध की याद दिला दी जो 50 दिन तक चला था।
दशकों बाद यहूदी-अरब हिंसा को जन्म
इस लड़ाई ने इजराइल में दशकों बाद भयावह यहूदी-अरब हिंसा को जन्म दिया है। इजराइल ने सुबह होते ही कई हवाई हमले किए और गाजा में दर्जनों ठिकानों को निशाना बनाया। बुधवार को भी हवाई हमले जारी रहे थे जिससे हवा में धुएं का गुबार बन गया। गाजा सिटी में रात को सड़कों पर वीरानी छा गई और रमजान के आखिरी दिन लोग अपने घरों के भीतर ही सिमटे रहे। गाजा सिटी में अपनी इमारत में बम गिरने के बाद अन्य रिश्तेदारों के साथ भागकर मध्य गाजा में आए 44 वर्षीय जेयाद खत्ताब ने कहा, कहीं पर भी भाग नहीं सकते। कहीं पर भी छिप नहीं सकते।