सऊदी अरब ने आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के भाई बकर बिन लादेन को 3 साल से ज्यादा समय तक हिरासत में रखने के बाद रिहा कर दिया है। साल 2017 के आखिर में सऊदी अरब ने देश में भ्रष्चार के खिलाफ अभियान चलाया था और कई बड़े नामी लोगों को सलाखों के पीछे डाला था, जिसमें बकर बिन लादेन भी शामिल थे। बकर बिन लादेन सऊदी में प्रसिद्ध और धनी कॉन्ट्रेक्टर रहे हैं लेकिन गिरफ्तारी के बाद उनके बड़े बिजनेस अंपायर का अंत हो गया था।
सऊदी अरब की सबसे बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी ‘बिन लादेन ग्रुप’ के पूर्व चेयरमेन बकर बिन लादेन पिछले हफ्ते अपने परिवार से जेद्दा में मिले थे। हालांकि, बकर को कहां रखा गया था इसकी कोई जानकारी नहीं है। बकर के परिवार के दो सदस्यों ने समाचार एजेंसी एएफपी को यह जानकारी दी।
एक सूत्र ने बताया कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि 70 साल से ऊपर की उम्र वाले बिजनेस टाइकून बकर की यह रिहाई कुछ समय के लिए है या फिर हमेशा के लिए। ऐसा इसलिए क्योंकि अभी तक उनपर पाबंदियां बरकरार हैं।सूत्र ने बताया, ‘उन्हें रिहा कर दिया गया और घर पर रहने को कहा गया है। लोग उनसे मिलने जा सकते हैं।’ एक अन्य सूत्र ने बताया कि बकर की रिहाई के बाद उनके परिवारवाले खुश हैं और उन्हें उम्मीद है कि रिहाई कुछ दिनों या महीनों के लिए नहीं है।
अल-कायदा सरगना आतंकी ओसामा बिन लादेन के सौतेले भाई बकर लादेन से संपर्क नहीं हो सका है और न तो सऊदी प्रशासन ने ही इस मामले को लेकर कुछ कहा है।
सऊदी में हर तरफ फैले इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के कारण बिन लादेन परिवार को यहां के चुनिंदा बड़े अमीर परिवारों में गिना जाता है। लगभग एक दशक तक परिवार ने सऊदी के शाही परिवार से निकटता की आड़ में अरबों-खरबों की दौलत इकट्ठा की। हालांकि, परिवार का पतन उस वक्त शुरू हो गया जब शहजादे मोहम्मद बिन सलमान ने देश में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की और इसी कार्रवाई के तहत बकर को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
बकर के साथ ही उनके दो भाई साद और सालेह को भी हिरासत में लिया गया था। हालांकि, इन्हें धीरे-धीरे रिहा किया गया लेकिन उन्हें देश से बाहर जाने की इजाजत नहीं थी। यहां तक कि शुरुआत में उन्हें पैरों में इलेक्ट्रॉनिक ब्रेसलेट तक पहनने पड़े ताकि उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जाए।
कर्ज में डूबे लादेन ग्रुप का प्रबंधन सऊदी सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया। सऊदी प्रशासन ने परिवार के प्राइवेट जेट, शाही गाड़ियां तक जब्त कर लीं।
हालांकि, अरबों-खरबों की संपत्ति और शेयर देने के बावजूद बकर को हिरासत में ले लिया गया था। सूत्रों के मुताबिक, बकर को एक बार साल 2019 में भी परिवार के एक सदस्य के जनाजे में शामिल होने के लिए छोड़ा गया था। हालांकि, बकर के पास सऊदी से बाहर अभी भी काफी संपत्ति है।
हैरानी की बात यह भी है कि इतने सालों तक हिरासत में रहने के बावजूद बकर को कभी कोर्ट में पेश नहीं किया गया और न तो अभी तक उनपर लगे आरोपों को ही सार्वजनिक किया गया है।