कानपुर और आस-पास के जिलों में ऑक्सीजन संकट जल्द खत्म होने वाला है। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर से ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन रविवार सुबह करीब 10.30 बजे कानपुर पहुंच गई। 80 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) कानपुर के अलावा इटावा, रायबरेली, सुल्तानपुर और अमेठी को भी दी जाएगी।
चार बड़े क्रायोजेनिक कंटेनर लेकर ऑक्सीजन स्पेशल ट्रेन की रैक जूही रेलवे यार्ड में पहुंची। यहां औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने ट्रेन की अगवानी की। प्रत्येक कंटेनर में 20-20 टन आक्सीजन लोड है। आक्सीजन स्पेशल ट्रेन पहुंचने से पहले ही आसपास के जिलों से आक्सीजन टैंकर पहुंच गए थे। एक बड़े क्रेन की मदद से आक्सीजन टैंकर उतारकर ट्रकों पर लोड किए गए। जिला प्रशासन ने ऑक्सीजन वितरण की व्यवस्था की है। डीएम आलोक तिवारी के मुताबिक कानपुर के अलावा आसपास के जिलों को भी यहीं से ऑक्सीजन सप्लाई भेजी जा रही है।
सुल्तानपुर, अमेठी, रायबरेली को 5-5 टन भेजी गई
80 टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन लेकर पहुंची ट्रेन से रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर को 5-5 मीट्रिक टन आक्सीजन भेजी जाएगी। कानपुर को 48 मीट्रिक टन, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज को 7 मीट्रिक टन तथा सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी को 10 मीट्रिक टन आक्सीजन का आवंटन किया गया है। ट्रेन से उतरते ही आसपास के जिलों को टैंकर रवाना कर दिए गए।
जल्दी ही कानपुर समेत आसपास के जिलों में ऑक्सीजन संकट खत्म होगा। कानपुर को रोज 80 टन ऑक्सीजन उपलब्ध होगी। यहीं से आसपास के जिलों को आपूर्ति की जाएगी। इससे आक्सीजन की उपलब्धता और किल्लत सामान्य हो जाएगी। – सतीश महाना, औद्योगिक विकास मंत्री