बिहार में सीवान के पूर्व बाहुबली सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन का अंतिम संस्कार सीवान के प्रतापपुर में नहीं हो पाएगा। कोर्ट ने शव गांव ले जाने की इजाजत नहीं दी है। इसकी वजह से मोहम्मद शहाबुद्दीन दिल्ली के शाहीन बाग में होंगे सुपुर्द-ए-खाक किए जाने की संभावना है। हालांकि शव को गांव ले जाने के लिए परिजन सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं।
बता दें कि बिहार के सीवान के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन का शनिवार की सुबह कोरोना से निधन हो गया था। इसकी पुष्टि कई घंटों के बाद तिहाड़ जेल प्रशासन ने की थी। गौरतलब है कि तिहाड़ जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे शहाबुद्दीन को कोरोना संक्रमण के बाद दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने कोरोना से संक्रमित होने के बाद मोहम्मद शहाबुद्दीन को चिकित्सीय निगरानी और समुचित इलाज मुहैया कराने के लिए दिल्ली सरकार और तिहाड़ जेल प्रशासन को निर्देश दिया था।
बता दें कि पिछले साल सितंबर में पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के पिता शेख मोहमद हसीबुल्लाह (90 वर्ष) का निधन हो गया था। उस वक्त तिहाड़ से शहाबुद्दीन को पैरोल पर लाने की मंजूरी नहीं मिली थी। हत्या के मामले में तिहाड़ जेल में आजावीन कारावास की सजा काट रहे पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के खिलाफ तीन दर्जन से अधिक आपराधिक मामले चल रहे हैं। 15 फरवरी 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बिहार की सीवान जेल से तिहाड़ लाने का आदेश दिया था।