महाराष्ट्र सरकार ने पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दोनों राज्यों को संवेदनशील स्थान की सूची में शामिल किया है। उत्तर प्रदेश और बंगाल से महाराष्ट्र जाने वाले लोगों को अब आरटी-पीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट अपने साथ लानी होगी।
मुख्य सचिव सीताराम कुंते द्वारा पारित आदेश में कहा गया कि कोविड-19 महामारी के आपदा के तौर पर अधिसूचित रहने तक इन दोनों राज्यों को ‘संवेदनशील उत्पत्ति का स्थान’ माना जाएगा। आदेश में कहा गया कि वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है। राज्य सरकार ने 18 अप्रैल को केरल, गोवा, राजस्थान, गुजरात, दिल्ली-एनसीआर और उत्तराखंड को इस सूची में शामिल किया था।
बता दें कि कोरोना वायरस के नए केसों और मौतों के मामले में देश में महाराष्ट्र पहले नंबर पर है। वर्तमान में भी वहां पर कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा केस सामने आ रहे हैं। राज्य में शनिवार को कोविड-19 के 63282 नए मामले सामने आए जबकि इस महामारी के कारण 802 और मरीजों की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में अबतक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या 4665472 पर पहुंच गई है जिनमें से 69615 लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 62919 नए मामले आए थे जबकि 828 लोगों की मृत्यु हुई थी। वहीं, राजधानी मुंबई में 3897 नए मामले आए और 90 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही महानगर में अबतक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 652368 हो गई है जबकि 13215 लोगों की इससे मौत हो चुकी है।