कोरोना से तबाह महाराष्ट्र के एक और अस्पताल में भीषण आग लगने की घटना सामने आई है। महाराष्ट्र के ठाणे में एक प्राइवेट अस्पताल में बुधवार तड़के आग लग गई, जिसमें कम से कम चार मरीजों की मौत हो गई। ठाणे के मुंब्रा में प्राइम क्रिटिकेयर अस्पातल में यह आग सुबह 3.40 में लगी।
अधिकारियों ने कहा कि आग पर काबू पाने के लिए दमकल की तीन गाड़ियां और पांच एंबुलेंस मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। जब आग लगी थी, तब अस्पताल में 26 मरीज भर्ती थे। मगर उन सभी में से 22 को वहां से सुरक्षित निकाल लिया गया। वहीं, दूसरे अस्पताल में शिफ्टिंग के वक्त चार लोगों की मौत हो गई।
अधिकारी के मुताबिक, अस्पताल में कोरोना वायरस का कोई मरीज नहीं था। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर दमकल की तीन गाड़ियां और पांच एम्बुलेंस भेजी गई। आग पर काबू पा लिया गया है। उन्होंने बताया कि आईसीयू में भर्ती छह मरीजों समेत 20 मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। स्थानीय विधायक और महाराष्ट्र के मंत्री जितेंद्र अव्हाद ने पत्रकारों को बताया कि घटना में कम से कम तीन लोग जिंदा जल गए। आग से अस्पताल की पहली मंजिल जलकर खाक हो गई।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को हादसे की जानकारी दी गई है। प्रत्येक मृतक के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा और घायलों को एक-एक लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। अव्हाद ने बताया कि आग लगने की वजह का पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की गई है। समिति में ठाणे नगर निगम के अधिकारी और पुलिस तथा मेडिकल के अधिकारी भी शामिल होंगे।
गौरतलब है कि पालघर जिले के विरार में 23 अप्रैल को एक निजी अस्पताल के आईसीयू में आग लगने से कोविड-19 के 15 मरीजों की मौत हो गई थी।