दिल्ली से प्रवासी श्रमिकों को लेकर बिहार जा रही डबल डेकर बस शनिवार की भोर लखनऊ अयोध्या हाईवे पर रामसनेहीघाट कोतवाली क्षेत्र में बैसनपुरवा गांव के पास आगे जा रही रोडवेज बस से टकरा गई। हादसे में बस में सवार एक दर्जन यात्री घायल हो गए। मासूम व एक अन्य यात्री की हालत गंभीर होने पर उन्हें सीएचसी बनी कोडर ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे में बस में रखे लाखों रुपए के मेडिकल उपकरण भी टूट गए। सेनेटाइजर ही बर्बाद हो गया। दुर्घटना के बाद अयोध्या लखनऊ हाईवे लेन करीब 1 घंटा तक जाम रही।
बेसन पुरवा मोड़ पर टकराई तीन बसें: दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉक डाउन लगा दिया गया है। जिससे वहां काम कर रहे अप्रवासी श्रमिकों का पलायन एक बार फिर से शुरू हो गया। शुक्रवार की शाम को एक निजी डबल डेकर बस श्रमिकों को लेकर बिहार के लिए रवाना हुई थी। शनिवार की भोर करीब 5:00 बजे लखनऊ अयोध्या राजमार्ग पर बाराबंकी की ओर से आ रही चुनाव ड्यूटी में लगी स्कूल बस बनीकोडर ब्लॉक मुख्यालय जाने के लिए बैसन पुरवा के निकट बने कट से मुड़ रही थी। तभी दिल्ली से गोरखपुर जा रही दिल्ली एटा मैनपुरी डिपो की रोडवेज उसमें पीछे से टकरा गई। कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही दिल्ली से बिहार जा रही डबल डेकर बस भी आगे दुर्घटनाग्रस्त हुई रोडवेज बस में टकरा गई।
बस में मच गई चीख पुकार: हादसा भोर करीब 5:00 बजे हुआ। डबल डेकर बस में सवार सभी यात्री नींद में थे। दुर्घटना में झटका लगने से तमाम यात्री सीटों से नीचे गिर पड़े। किसी का सिर खिड़की से टकराया तो किसी का सीट में लगे रोड से। जिससे करीब एक दर्जन यात्री चोटिल हो गए। खून देखकर बस के अंदर चीख-पुकार मच गई।
मदद को पहुंचे ग्रामीणों व पुलिस: बस की टक्कर की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण आनन फानन घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने हादसे की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से सभी यात्रियों को बस से बाहर निकाला। करीब एक दर्जन यात्रियों को चोटे आई थी। जिसमें एक डेढ़ वर्षीय मासूम सहित दो लोगों की हालत गंभीर थी। पुलिस ने आनन-फानन दोनों घायलों को सीएचसी बनी को डर पहुंचाया। सीएचसी में डॉक्टर ने दोनों घायलों को मृत घोषित कर दिया। इनमें अंबेडकर नगर जनपद के मजीरा निवासी संजय का डेढ़ वर्षीय पुत्र यश व अंबेडकर नगर के ही मनवरपुर गांव निवासी बलजीत (40) शामिल है।
मासूम की मौत की खबर सुनते ही अचेत हो गई मां: मासूम यश के मौत की खबर सुनते ही उसकी मां रंजना अचेत हो गई। जबकि पिता संजय रो-रोकर बेहाल थे। अंबेडकर नगर जनपद के मजीरा निवासी संजय दिल्ली में अपने परिवार सहित रहकर ट्रक चलाने का काम करते थे। दिल्ली में लॉक डाउन हो जाने के कारण रोजी रोटी खतरे में पड़ता देख वह पने डेढ़ वर्षीय मासूम बच्चे यश व पत्नी रंजना के साथ वापस घर जाने के लिए निकले थे। संजय बताते हैं कि वह पत्नी और बेटे के साथ बस के अंदर सो रहे थे। तभी अचानक हुई दुर्घटना से उनका बच्चा पहले तो नीचे गिरा और फिर बस में ही उसने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों द्वारा रंजना का इलाज किया जा रहा है। इसी घटना में मृत बलजीत जो दिल्ली में सिलाई का काम करते थे। लॉकडाउन के कारण घर वापस जा रहे थे।
लाखों का ऑक्सीमीटर वह सेनेटाइजर हुआ बर्बाद: गोरखपुर एक व्यापारी द्वारा दिल्ली से लाखों रुपए के ऑक्सीमीटर मशीन व भारी मात्रा में सेनेटाइजर मंगाया गया था। यह सामान डबल डेकर बस की छत पर त्रिपाल से ढक कर रखा गया था। दुर्घटना में दर्जनों ऑक्सीमीटर टूट गए जबकि सैकड़ों लेटर सेनेटाइजर गिरकर बह गया।
करीब 1 घंटे तक जाम रही: लखनऊ अयोध्या लेन एक साथ तीन बसों के टकरा जाने से लखनऊ अयोध्या हाईवे जाम हो गया। इस लेन पर वाहनों की लंबी कतार लग गई । मौके पर पहुंची पुलिस ने दूसरी लेन से। वाहनों को गुजारा जबकि कोतवाल सच्चिदानंद राय ने क्रेन को मंगवा कर क्षतिग्रस्त वाहनों को हाईवे के किनारे कराया। जिसके बाद यातायात बहाल हो सका