बिहार के बेगूसराय स्थित सिमरिया गंगातट पर शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के बीच मुंडन संस्कार में शामिल होने आए छह युवक गंगा स्नान करने के दौरान एक-एक कर डूब गये। हालांकि चार लोगों को गोताखोर की टीम ने सुरक्षित बचा लिया है। वहीं एक अज्ञात समेत 3 के शव गोताखोरों ने निकाले हैं। गंगा स्नान के दौरान डूबे सभी लोग अलग-अलग गांव से मुंडन संस्कार में शामिल होने आए थे।
गंगा स्नान करने के दौरान पैर के गहरे गड्ढे में चले जाने की वजह से हादसा हुआ। गोताखोर की टीम ने काफी मशक्कत के बाद पानी में डूबे तीन युवक का शव बरामद कर लिया है। वहीं गंगा नदी से ही मिले एक शव की शिनाख्त अभी नहीं हो सकी है। वहीं बाकी तीन शव का खोज गोताखोर की टीम के द्वारा किया जा रहा है।
गोताखोर की टीम ने बथौली निवासी रंजीत तांती के 20 वर्षीय बेटे इंटर का छात्र रोहित कुमार व मुफसिल थाना क्षेत्र के हरिया गांव निवासी उमेश शर्मा के 22 वर्षीय बेटे विकाश कुमार का शव बरामद कर लिया है। गंगा स्नान के दौरान ही डूबे बरौनी थाना क्षेत्र के मालती गांव निवासी सुरेंद्र राय के 17 वर्षीय पुत्र शिवम कुमार, मुफसिल थाना क्षेत्र के हरदिया गांव निवासी लड्डू लाल महतो के 20 वर्षीय पुत्र लक्ष्मण कुमार व बेगूसराय विशनपुर निवासी विश्वनाथ ठाकुर उर्फ बबलू ठाकुर के 24 वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार लापता है। इधर घटना के बाद बरौनी सीओ सुजीत सुमन, बरौनी इंस्पेक्टर राजीव लाल व चकिया ओपी के पुअनि अशोक पासवान घटना स्थल पर पहुंच शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भिजवाया।
घटना के संबंध में बरौनी सीओ ने बताया कि बाकी डूबे लोगों को ढूंढने के लिए एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। गंगा स्नान के दौरान डूबे लोगों के परिजनों ने सिमरिया गंगातट पर इतनी अधिक भीड़ होने के बावजूद आपात स्थिति के लिए गोताखोरों की विशेष व्यवस्था नहीं रहने को लेकर जमकर आक्रोश व्यक्त किया।