भारत के साथ-साथ पड़ोसी देश भी कोरोना के बढ़ते मामलों से परेशान हैं। बांग्लादेश में लॉकडाउन लग चुका है। अब नेपाल ने भी इसके संकेत दिए हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने बुधवार को आने वाले दिनों में संभावित लॉकडाउन की चेतावनी दी है। उन्होंने देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच यह बात कही है। नेपाली नव वर्ष के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए, ओली ने लोगों से COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन करने का अनुरोध किया, क्योंकि देश में दूसरी लहर के संक्रमण बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हमें कोरोना से बचने के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई COVID प्रोटोकॉल और उपायों का पालन करना चाहिए और स्वयं के साथ-साथ दूसरों की भी रक्षा करनी चाहिए। एक अफवाह है कि सरकार बहुत जल्द लॉकडाउन लगाने की योजना बना रही है। सरकार लॉकडाउन लागू नहीं करना चाहती है, लेकिन हमें प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। हम चाहते हैं कि अन्य उपाय अभी से अपनाए जाएं ताकि हमें लॉकडाउन न करना पड़े और स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके।”
नेपाल में हाल के दिनों में COVID-19 के मामले हर दिन लगभग 100 बढ़ रहे हैं। बुधवार सुबह तक पॉलिमरेज़ चेन रिएक्शन (पीसीआर) पद्धति का उपयोग करके कुल 2,321,670 परीक्षण किए गए थे। नेपाल में कोरोना के कुल 280,984 मामले सामने आ चुके हैं। देश में फिलहाल 3,608 के सक्रिय मामले हैं। अभी तक 274,318 लोगों ने इस महामारी को मात दे दी है। 3,058 मरीजों की कोरोना के कारण जान जा चुकी है।
प्रधानमंत्री ओली ने दावा किया कि सरकार पिछले साल COVID-19 महामारी से बनी प्रतिकूल स्थिति के बावजूद असाधारण उपलब्धियां हासिल करने में सक्षम थी। बुधवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में, ओली ने कहा कि उनकी सरकार ऐसे समय में लोगों के बीच आशा जगाने में सक्षम थी जब बहुत बड़ी निराशावाद थी।
बांग्लादेश में लगा 21 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन
बांग्लादेश ने कोरोना संक्रमण मामले में वृद्धि के मद्देनजर सोमवार से सात दिन का राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा दिया था। बंद के खिलाफ छोटे कारोबारियों के प्रदर्शन के बीच सार्वजनिक परिवहन पर रोक और बाजारों को नहीं खोलने का फैसला लिया गया था। ढाका ट्रिब्यून अखबार की खबर के मुताबिक, यह लॉकडाउन पांच अप्रैल को सुबह छह बजे से 11 अप्रैल की मध्यरात्रि तक प्रभावी था। हालांकि अब इसे 21 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया गया है। लोगों को शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक अपने घरों से नहीं निकलने को कहा गया है।