गौतमबुद्ध नगर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ते देख स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों में 50 प्रतिशत बेड स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित कर दिए हैं। इस बारे में सभी अस्पतालों को दिशानिर्देश जारी कर दिए गए हैं। सोमवार को नोएडा के निजी अस्पतालों में बेड की कमी के कारण मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ा था।
आधार कार्ड दिखाना होगा : जिले में निजी कोविड अस्पतालों में 1200 से अधिक बेड उपलब्ध हैं। इसमें से 600 बेड पर गौतमबुद्ध नगर के कोविड मरीजों का इलाज किया जाएगा। इसके लिए आधार कार्ड दिखाना होगा। जिस पर स्थानीय पता होना चाहिए।
पिछले साल बाहर के मरीजों की संख्या ज्यादा थी : नोएडा के अस्पतालों में दिल्ली, गाजियाबाद सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे ज्यादा मरीज इलाज के लिए आते हैं। पिछले साल भी जिले के मरीजों के मुकाबले दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मरीजों की संख्या यहां के अस्पतालों में अधिक थी। इससे मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद स्थानीय मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ा था।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में निजी अस्पतालों की आईसीयू में भर्ती 60 प्रतिशत मरीज दिल्ली और दूसरे जिलों के हैं। अप्रैल में मरीजों की संख्या में एकाएक वृद्धि हुई है। इससे अस्पतालों में इलाज के लिए मरीजों की लाइन लगी हुई है।
”जिले के लोगों के लिए 50 प्रतिशत बेड आरक्षित किए गए हैं। इस बारे में सभी निजी अस्पतालों को बता दिया गया है। यह व्यवस्था मंगलवार से लागू कर दी गई है।” -डॉ. दीपक ओहरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
सुरक्षा : 7730 लोगों ने खुराक लीटीका उत्सव के तहत मंगलवार को 7730 लोगों ने टीका लगवाया। इसमें 45 से 59 आयुवर्ग के बीच वाले लोग ज्यादा थे। 14 नवंबर तक टीका उत्सव चलेगा। टीका उत्सव में 45 से 59 आयुवर्ग के बीच के 5100 लोगों ने पहली खुराक लगवाई। वहीं 177 दूसरी खुराक लेने टीका केंद्र पहुंचे। 60 वर्ष से ज्यादा आयु के 1640 ने पहली खुराक और 555 को दूसरी खुराक लगवाई। 75 स्वास्थ्यकर्मियों ने पहली खुराक और 45 ने दूसरी खुराक ली। फ्रंटलाइन कर्मचारियों ने भी टीका लिया। पहली खुराक 72 और 45 को दूसरी खुराक दी गई। 50 सरकारी टीकाकरण केंद्रों में 4278 लोगों ने टीका लिया। वहीं निजी केंद्रों पर 3452 लोगों ने टीका लगवाया।