एक लाख का इनामी बेतिया का कुख्यात दस्यु सरगना बीरबल चौधरी उर्फ फुलेनी चौधरी उर्फ फुलेनी मल्लाह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से लोडेड देसी पिस्तौल बरामद किया गया। उसके खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी, फिरौती के लिये अपहरण के पचास से अधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी सुगौली थाना क्षेत्र के सुगांव मन के समीप द्वारदेवी माई स्थान के समीप की गयी।
एसपी नवीन चंद्र झा ने बताया कि 37 वर्षों से वह संगीन अपराधों को अंजाम देता रहा है। पुलिस के साथ मुठभेड़ में उसके सात साथियों के मारे जाने के बाद वह जहां तहां छिपकर रह रहा था। बगहा, बेतिया व गोपालगंज के सटे दियारा इलाके में अभी भी लोगों का भयादोहन कर रहा था। पुलिस टीम उससे पूछताछ कर रही है। अन्य जिलों से उसकी क्राइम हिस्ट्री मंगायी जा रही है।
पहला मामला हुआ था दर्ज
गिरफ्तार दस्यु सरगना बीरबल चौधरी के खिलाफ पहला मामला योगापट्टी थाने में 08 अक्टूबर 1984 को हत्या का दर्ज हुआ था। उसके बाद से वह लगातार संगीन घटनाओं को अंजाम देता रहा। 1990 की दशम में बेतिया, बगहा व गोपालगंज पुलिस को नाकोदम कर रखा था। सिर्फ योगापट्टी में उसके खिलाफ हत्या, लूट, अपहरण के आठ मामले दर्ज हैं।
मूठभेड़ में मारे गये थे उसके सात साथी
वर्ष 1986 में बीरबल गिरोह के पांच सदस्य पुलिस मुठभेड़ में मारे गये थे। उस समय वह गिरफ्तार भी हुआ था। कुछ दिनों तक जेल में रहा। बाहर निकलने के बाद संगीन घटनाओं को अंजाम देते रहा। तब से वह फरार ही चल रहा था। सरकार ने इनाम की घोषणा भी कर दी थी। पुलिस मुठभेड़ में दस्यु गिरोह के रुदल खलिफा, परीक्षण यादव, राम नारायण यादव, पारस यादव, सुरेश गोड , बहारन नोनिया व मुखा बिन्द मारा गया था।