ताइवान को लेकर चीन ने अमेरिका को आग से न खेलने की हिदायत दी है। वॉशिंगटन की ओर से हाल ही में गाइडलाइंस जारी कर कहा गया था कि उसके अधिकारी ताइवान के अपने समकक्षों से मुलाकात करते रहेंगे। इस पर बिफरे चीन ने अब अमेरिका को आग से न खेलने की चेतावनी दी है। इससे पहले सोमवार को ताइवान में चीन के कई फाइटर जेट्स ने उड़ान भरी। ताइवान के एयर डिफेंस जोन में फाइटर जेट्स के उड़ान भरने से तनाव बढ़ गया है। ताइवान की डिफेंस मिनिस्ट्री का कहना है कि कम से कम 25 चीनी मिलिट्री एयरक्राफ्ट्स ने एयर डिफेंस जोन में उड़ान भरी है। ये एयरक्राफ्ट न्यूक्लियर बम बरसाने की क्षमता से लैस थे।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने चीनी एयरक्राफ्ट्स को चेतावनी देने के लिए अपने जेट्स भी उतार दिए थे। 23 मिलियन की आबादी वाले ताइवान पर चीन अपना हक जताता रहा है। एयरफोर्स से लेकर नेवी तक का इस्तेमाल कर चीन कई बार ताइवान पर अपनी हेकड़ी जताता रहा है। यही नहीं पीपल्स लिबरेशन आर्मी भी सक्रिय रही है। ताइवान पर हेकड़ी जताने वाले चीन ने इसे लेकर भारत को भी चेतावनी दी थी कि ताइपेई के साथ संबंध रखने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। यहां तक कि चीन ने कई बार सैन्य ताकत का इस्तेमाल कर ताइवान को वन चाइना पॉलिसी के तहत शामिल करने की बात कही है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका की गाइ़डलाइंस का विरोध किया गया है। झाओ ने इस दौरान कहा कि अमेरिका को आग से नहीं खेलना चाहिए। उसे अमेरिका-ताइवान के अधिकारियों के बीच किसी भी संबंध को तत्काल समाप्त कर देना चाहिए। हमने इसे लेकर अमेरिका को हिदायत दी है। हमने अमेरिका से कहा है कि वह ताइवान इंडिपेंडेंस फोर्सेज को गलत सिग्नल न दे।
ताइवान बोला, चीन से हम युद्ध के लिए भी तैयार हैं
बता दें कि सोमवार को ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा था कि हम बिना किसी सवाल के खुद का बचाव करने के लिए तैयार हैं और अगर हमें युद्ध लड़ने की जरूरत है तो हम आखिरी सांस तक लड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर आखिरी तक हमें खुद के लोगों की रक्षा करनी पड़ी तो हम उससे भी पीछे नहीं हटेंगे। ताइवानी विदेश मंत्री के इसी बयान से चीन चिढ़ा हुआ है।