दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को दो शातिर चोरों को गिरफ्तार करने के साथ ही चोरी के तीन मामले सुलझाने का दावा किया है जिनमें इन आरोपियों ने पहले चोरी की और फिर पीड़ितों से उनका सामान लौटाने के एवज में पैसे वसूले थे।
पुलिस के मुताबिक, ओखला फेज-1 के तहखंड गांव में चोरी की घटनाएं सामने आईं, जिसमें चोरों ने पीड़ितों से कहा कि अगर वे अपनी चीजें वापस पाना चाहते हैं तो डिजिटल पेमेंट प्लैटफॉर्म के जरिए उन्हें पैसे ट्रांसफर करें।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने एक आरोपी के खाते से जुड़े फोन नंबर के कॉल डिटेल रिकॉर्ड का विश्लेषण किया और नंगली डेयरी, नजफगढ़ में उसकी लोकेशन का पता लगाया। अधिकारी ने कहा कि जिस इलाके में चोरी हुई थी, उस इलाके के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए और एक संदिग्ध व्यक्ति की पहचान निर्मल पांडे के रूप में हुई है, जो पिछले साल तेहखंड गांव में रहता था।
डीसीपी (साउथ-ईस्ट) आर.पी. मीणा ने कहा कि जांच के दौरान, पुलिस ने नंगली डेयरी के पास निर्मल पांडे को उसके साथी कुंदन पांडे के साथ पकड़ लिया। पुलिस ने बताया कि पुलिस ने उनके पास से तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और दो डेबिट कार्ड जब्त किए हैं।
हत्या का आरोपी कैमरा चुराने के मामले में गिरफ्तार
वहीं, दिल्ली में एक कैमरामैन के कैमरे तथा अन्य सामान चुराने के आरोप में 28 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान मदनगीर के निवासी नरेंद्र कुमार के रूप में हुई है। वह दिल्ली में हत्या के एक मामले में आरोपी है। कोविड-19 महामारी के दौरान उसे जमानत मिली हुई है। इसी दौरान उसने चोरी के अपराध को अंजाम दिया।
पुलिस के अनुसार, सत्यम वर्मा नामक व्यक्ति ने फरवरी में शिकायत दर्ज कराई थी कि एक व्यक्ति उसके दो कैमरे और अन्य सामान लेकर भाग गया है। शिकायतकर्ता ने बताया था कि आरोपी ने सोशल मीडिया के जरिये उससे संपर्क कर राजस्थान के जयपुर में एक कार्यक्रम के लिए किराये पर उसके कैमरे बुक किए थे। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आरोपी पीड़ित को किराये की एक कार में साउथ एक्सटेंशन से अपने साथ ले गया। उसने किराये के वाहन पर फर्जी नंबर प्लेट लगा रखी थी।
अधिकारी ने कहा कि आरोपी ने पड़ोसी राज्य हरियाणा के धारूहेड़ा में एक रेस्त्रां पर कार रोकी। इस दौरान जब सत्यम वर्मा लंच करने लगा तो आरोपी उसके कैमरे और अन्य सामान लेकर फरार हो गया।
पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान पता चला कि आरोपी दिल्ली-एनसीआर में इसी तरह तीन-चार लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है। उसके खिलाफ हरियाणा के बिलासपुर और राजस्थान के नीमराना में ऐसे ही मामले दर्ज हैं। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी को मदनगीर से गिरफ्तार कर लिया।