छत्तीसगढ़ में नक्सली मुठभेड़ में शहीद सीआरपीएफ जवान धर्मदेव कुमार का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर मंगलवार की सुबह ठेकहां गांव लाया गया। पार्थिव शरीर पहुंचते ही सैकड़ों की संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। प्रभारी मंत्री समेत जनप्रतिनिधियों व आलाधिकारियों ने पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित किया। शहीद के परिजन व ग्रामीणों ने सीएम योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग पर अड़ गए। कहा कि जब तक सीएम नहीं आएंगे, तब तक अंत्येष्टि नहीं होगी। लगभग साढ़े तीन घंटे तक जनप्रतिनिधि व आलाधिकारी समझाने में जुटे रहे। दोपहर लगभग ढाई बजे पार्थिव शरीर मणिकर्णिका घाट वाराणसी के लिए रवाना हुआ।
चंदौली जिले के शहाबगंज ब्लॉक के ठेकहां गांव निवासी रामाश्रय गुप्ता के पुत्र धर्मदेव कुमार (34) रविवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर मंगलवार की सुबह पैतृक गांव ठेकहां पहुंचा। भारत माता की जय और शहीद धर्मदेव अमर रहे के जयकारे से समूचा वातावरण गुंजयमान हो गया। सीआरपीएफ जवानों ने शहीद को गार्ड ऑफ आनर दिया। प्रभारी मंत्री रमाशंकर पटेल, विधायक शारदा प्रसाद, विधायक सुशील सिंह, डीएम संजीव सिंह, एसपी अमित कुमार, सीआरपीएफ कमांडेंट रामलखन समेत अन्य लोगों ने श्रद्धांजलि दी।
परिजनों के बहते रहे आंसू
शहीद धर्मदेव कुमार का पार्थिव शरीर ठेकहां गांव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पिता रामाश्रय गुप्ता, माता कृष्णावती, पत्नी मीना, भाई आनंद गुप्ता व धनंजय गुप्ता (सीआरपीएफ जवान), बेटी ज्योति व साक्षी समेत परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल बना रहा।