फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट बनवाने वाले बांग्लादेशी दंपति को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस कार्रवाई से क्षेत्र में खलबली मच गई। पुलिस मामले की गहनता से छानबीन कर रही है। आरोपी पिछले तीन दशक से अधिक समय से गांव में रह रहे थे।
कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव नवदिया सुखदासपुर में तीन दशक से अधिक समय से पहले बांग्लादेश से आए लल्ला बख्श अपनी पत्नी समीना बेगम के साथ आए थे। भारतीय नागरिकता न मिलने के बावजूद दंपति चोरी चुपके यहां रह रहे थे। तीन माह पहले दंपति ने फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट एप्लाई किया था। खुफिया इकाई और पुलिस जांच के दौरान दंपत्ति का बांग्लादेशी होने की बात सामने आई। इस मामले में पुलिस ने जनवरी में दंपति के खिलाफ आईपीसी की धारा 467, 468, 471, 420 विदेशी अधिनियम 14 ए की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। जांच पड़ताल के बाद सच्चाई सामने आने पर सोमवार पुलिस ने दोनों बांग्लादेशियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सीओ लल्लन सिंह ने बताया कि दंपति तीन दशक पहले बांग्लादेश से आए थे। दो माह पहले दोनों ने फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट एप्लाई किया था। जांच पड़ताल में खुलासा होने पर मुकदमा दर्ज किया गया। दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
सही से जांच हो तो कईयों की नपेंगी गर्दन
कलीनगर तहसील के बॉर्डर क्षेत्र के अलावा आसपास गांव में पिछले कुछ दशक पहले भारी संख्या में बांग्लादेशी शरणार्थी आए थे। इसमें अभी कईयों को भारतीय नागरिकता नहीं मिली है। पासपोर्ट एप्लाई के दौरान जांच पड़ताल के दौरान दंपति के बांग्लादेशी होने की जानकारी लगी। यदि सही से जांच हो तो कईयों की गर्दन फंसना तय है।