हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने संगठित अपराध के मामलों में पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को और मजबूत बनाया जाएगा ताकि अंतरराज्यीय गैंगस्टरों की आपराधिक गतिविधियों की निगरानी करते हुए उन पर प्रभावी रूप से शिकंजा कसा जा सके। विज शुक्रवार देर शाम यहां पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति तथा अपराध पर अंकुश लगाने जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर आयोजित समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
एसटीएफ की कार्यप्रणाली पर संतोष जाहिर करते हुए गृहमंत्री ने एसटीएफ के लिए नए आधुनिक वाहन, नवीनतम तकनीक के उपकरण सहित सॉफ्टवेयर इत्यादि मुहैया करवाने के लिए सैद्धांतिक रूप से स्वीकृति भी प्रदान की। बैठक में जानकारी दी गई कि हरियाणा में संगठित अपराधों पर शिकंजा कसने के लिए विधानसभा में हरियाणा संगठित अपराध नियंत्रण (हरकोका) विधेयक को पारित कर राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए केन्द्र सरकार को भेजा हुआ है, जहां से मंजूरी मिलते ही इसे पूरे राज्य में लागू किया जाएगा।
बैठक की समीक्षा करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि कई दफा पुलिस जनता की समस्याओं का समय पर निपटान नहीं कर पाती है जोकि चिंता का विषय है। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए कि शिकायतों को निपटाने के लिए टाइम बाउंड करें और उसी समय अवधि में उसको हल करें।
अपराध मामलों की समीक्षा करते हुए विज ने कहा कि सभी क्राइम आपस में जुड़े होते हैं। कोई भी अपराध छोटा या बड़ा नहीं होता। अगर शुरू से ही अपराध को रोकने के प्रयास किए जाएं तो आगे चलकर इसके बेहतर परिणाम मिलते हैं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि राज्य सरकार की मंशा अनुरूप प्राथमिकता के आधार पर अपराध पर रोक लगाई जाए।
सरकार की छवि बनाने में पुलिस की अहम भूमिका
उन्होंने कहा कि अपराधियों और कानून का उल्लंघन करने वालों में पुलिस का भय होना चाहिए जबकि जनता का पुलिस पर विश्वास होना चाहिए। अपराधियों में पुलिस का भय व रुतबा तभी बढ़ेगा जब पुलिस अपनी कार्यक्षमता को बढ़ाते हुए पब्लिक के साथ मेल-जोल बढ़ाएगी। विज ने कहा कि किसी भी सरकार की छवि को बनाने में पुलिस विभाग की अहम भूमिका होती है। इसे ध्यान में रखते हुए अपराध की रफ्तार पर लगाम लगाकर नागरिकों को समय पर इंसाफ सुनिश्चित करने के लिए पुलिस द्वारा सभी संभव प्रयास किए जाने चाहिए।
विज ने चोरी, सेंधमारी व वाहन चोरी जैसे मामलों को सफलतापूर्वक सुलझाने के मामलों की समीक्षा भी की। साथ ही अपराध के सभी मामलों को मुस्तैदी से काम करते हुए सुलझाने के आदेश भी दिए ताकि आम जनता को राहत मिल सके। जनता के सहयोग से पुलिस आपराधिक गतिविधियों पर काफी हद तक अंकुश लगा सकती है, इसलिए पुलिस अधिकारी जनता से बेहतर तालमेल बनाएं। उन्होंने इन्वेस्टिगेशन के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए ताकि अपराधी को सजा व पीड़ित का समय पर न्याय मिल सके।