पश्चिम बंगाल में पहले चरण के मतदान के बीच पीएम नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के दौरे पर हैं और शनिवार को उन्होंने यहां मतुआ समुदाय के मंदिर गए और लोगों से बातचीत की है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को यह नागवार गुजरा है। ममता ने इसे आचार सहिंता का स्पष्ट उल्लंघन बताया है। ममता बनर्जी ने खड़गपुर में एक रैली में कहा, ”यहां मतदान चल रहा है और वह (पीएम) बांग्लादेश जाते हैं और बंगाल पर भाषण दे रहे हैं। यह चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन है।” उन्होंने यह भी कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी के रैली में आए बांग्लादेश के एक्टर का वीजा कैंसल कर दिया गया था तो पीएम का वीजा और पासपोर्ट क्यों ना कैंसल कर दिया जाए।
ममता बनर्जी ने कहा, ”2019 के लोकसभा चुनाव में हमारी एक रैली में बांग्लादेश के एक्टर आए थे, ये बीजेपी के लोग बांग्लादेश जाकर वहां की सरकार से शिकायत की, भारत सरकार ने उसका वीजा कैंसल कर दिया। अगर एक फिल्म स्टार हमारी रैली में एक बात किया तो आपने उसका वीजा छीन लिया और आज अगर प्रधानमंत्री वोट के लिए विदेश में जाकर बात करते हैं, उन लोगों (मतुआ) को लेकर जो वोट से संबंधित हैं तो क्या होता है… पहले तो जाकर ट्रंप का समर्थन किया था। आपने बांग्लादेश में जाकर झूठी बात कर रहे हैं तो आपका वीजा पासपोर्ट क्यों ना कैंसल कर दिया जाए। मैं चुनाव आयोग से शिकायत करूंगी।”
बांग्लादेश से होने वाले घुसपैठ को बीजेपी की ओर से मुद्दा बनाए जाने को लेकर ममता बनर्जी ने कहा, ”कई बार वे (बीजेपी) कहते हैं कि ममता बांग्लादेश से लोगों को ला रही हैं और वे घुसपैठ कर रहे हैं। लेकिन वह (पीएम) खुद वोट मार्केटिंग के लिए बांग्लादेश जा रहे हैं।”
दो दिन की बांग्लादेश यात्रा पर शुक्रवार को ढाका पहुंचे प्रधानमंत्री ने ओराकांडी में स्थित मतुआ मंदिर में शनिवार को पूजा अर्चना की। ओरकांडी में ही मतुआ समुदाय के अध्यात्मिक गुरु हरिचंद ठाकुर का जन्म हुआ था। उन्होंने ओराकांडी मंदिर में दर्शन के बाद कहा, ”मैं कई वर्षों से ओराकांडी आने का इंतजार कर रहा था और जब मैं 2015 में बांग्लादेश आया था तो मैंने ओराकांडी जाने की अभिलाषा व्यक्त की थी। मैं आज वैसा ही महसूस कर रहा हूं, जो भारत में रहने वाले मतुआ संप्रदाय के मेरे हजारों-लाखों भाई-बहन ओराकांडी आकर महसूस करते हैं।”