उच्चतम न्यायालय द्वारा फटकार के बावजूद मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार नहीं किए जा सके हत्या के मामले में फरार चल रहे बसपा विधायक रामबाई परिहार के पति गोविंद सिंह ने आज ग्वालियर में पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। बता दें कि गोविद सिंह 80 दिनों से फरार था।
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि 5० हजार रुपयों के इनामी गोविंद सिंह ने सुबह ग्वालियर आईजी के समक्ष समर्पण किया। सूचना मिलते ही दमोह पुलिस का दल भी तत्काल ग्वालियर पहुंचा और आरोपी गोविंद सिंह को अपने साथ लेकर दमोह की ओर रवाना हो गया। माना जा रहा है कि दोपहर तक आरोपी दमोह पहुंच जाएगा।
दरअसल दमोह जिले के हटा में एक कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की लगभग दो वर्ष पहले हत्या की गयी थी। इस मामले में बसपा की चर्चित विधायक रामबाई परिहार के पति गोविंद सिंह को भी आरोपी बनाया गया था। अभी तक गोविंद की गिरफ्तारी नहीं हुयी थी। मामला उच्चतम न्यायालय में पहुंचा और शीर्ष अदालत ने मध्यप्रदेश पुलिस को इस बात के लिए फटकार लगायी कि वह अदालत के निदेर्श के बावजूद आरोपी गोविंद सिंह को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। हाल में उच्चतम न्यायालय ने सुनवायी के दौरान राज्य पुलिस पर फिर से सवाल खड़े करते हुए कहा कि आरोपी को शीघ्र ही गिरफ्तार किया जाए।
वहीं दमोह पुलिस के कई दल पिछले एक पखवाड़े से अधिक समय से देश और प्रदेश के विभिन्न संभावित इलाकों में आरोपी को खोज रहे थे। आखिरकार अदालत के बढ़ते दबाव के चलते आरोपी गोविंद सिंह ने ग्वालियर में समर्पण कर दिया। बताया गया है कि समर्पण कराने में चंबल अंचल के एक विधायक की भूमिका रही है।
सूत्रों ने कहा कि आरोपी की तलाश में जो टीम ग्वालियर और आसपास के जिलों में थीं, वे सूचना मिलते ही ग्वालियर आईजी कायार्लय पहुंची और आरोपी को अपने कब्जे में ले लिया।