जाको राखे साइयां, मार सके न कोय वाली कहावत आज दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में सच साबित होती दिखी। यहां एक घर में लगी आग के दौरान दिल्ली पुलिस का एक जवान फिल्मी किरदार ‘स्पाइडरमैन’ की तरह ग्रिल के रास्ते बालकनी तक जा पहुंचा और आग में फंसे तीन लोगों को सुरक्षित बचा लिया।
राजधानी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश-1 में शुक्रवार सुबह एक रिहायशी इमारत में भीषण आग लग गई। घटना की सूचना मिलते ही दमकल की चार गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग बुझाने के काम में जुट गईं। इस दौरान कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस और दमकल कर्मियों ने इमारत के थर्ड फ्लोर पर फंसे एक परिवार के 3 लोगों को पीछे की ग्रिल तोड़कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुबह छह बजकर 55 मिनट पर घर की दूसरी और तीसरी मंजिल पर आग लगने की सूचना मिली थी। आग इमारत की दूसरी मंजिल से शुरू होकर तीसरी मंजिल तक फैल गई थी।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने कहा कि अमित सुधाकर (56), उनकी पत्नी शालिनी (48) और मां सुधा (87) तीसरी मंजिल की बालकनी में फंसी हुई थीं, जो लोहे की ग्रिल से बंद थी।
पुलिस ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और दमकल विभाग के कर्मियों की मदद से लोगों को बचा लिया गया। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। पुलिस और दमकल विभाग की टीम आग का कारण जानने की कोशिश कर रही है। फिलहाल इमारत में कूलिंग का काम चल रहा है।