उत्तर कोरिया ने जापान के निकट समुद्र में दो बलिस्टिक मिसाइलों को लॉन्च किया है। जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने गुरुवार को यह जानकारी दी। जापान सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि लोगों की जान और माल की सुरक्षा के लिए हम सभी प्रयास कर रहे हैं और पूरी स्थिति का विश्लेषण कर रहे हैं और नजर बनाए हुए हैं। इससे पहले जापानी सेना ने कहा कि उत्तर कोरिया के मिसाइल जापान के एक्सक्लूसिव इकॉनमिक जोन के पास आकर गिरे हैं। जापानी पीएम सुगा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक साल पहले भी उन्होंने इसी तरह से मिसाइलों की लॉन्चिंग की थी। यह हमारे देश में शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है। यह संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का भी उल्लंघन है।
साउथ कोरिया के भी जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने उत्तर कोरिया के इस कदम की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया की ओर से सी ऑफ जापान में अज्ञात प्रोजेक्ट्स को लॉन्च किया गया। इस समुद्र को कोरिया में पूर्वी सागर भी कहा जाता है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के तहत उत्तर कोरिया पर बलिस्टिक मिसाइलें तैयार करने पर रोक है। उत्तर कोरिया की ओर से 21 मार्च को दो मिसाइलों को लॉन्च किया गया था। हालांकि ये बलिस्टिक मिसाइलें नहीं थीं। हालांकि अमेरिका ने इस मसले को बहुत महत्व नहीं दिया है और कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव का उल्लंघन नहीं है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘रक्षा विभाग के मुताबिक यह सामान्य बात है।’ बता दें कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के साथ शांति वार्ताएं करने का प्रयास किया था। उन्होंने नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के साथ दो समिट्स में हिस्सा लिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक बाइडेन प्रशासन भी उत्तर कोरिया से परमाणु कार्यक्रम को लेकर बातचीत करना चाहता है। हालांकि अब तक उत्तर कोरिया ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।