कई सालों से फरार चल रहे पांच लाख रुपये के इनामी गैंगस्टर सूबे गुर्जर की जमीन नीलाम करने के लिए बुधवार को उसके गांव बार गुर्जर में गुरुग्राम पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारी पहुंचे। गैंगस्टर के खौफ के चलते चार घंटों तक इंतजार करने के बावजूद नीलामी के दौरान गैंगस्टर के हिस्से की जमीन खरीदने के लिए कोई नहीं पहुंचा। ऐसे में टीम को बैरंग ही वापस लौटना पड़ा। हालांकि, गांव में सुरक्षा के तौर पर काफी संख्या में पुलिसबल भी मौजूर था। पुलिस और राजस्व विभाग की टीम को देखकर काफी संख्या में लोग गांव की चौपाल में पहुंचे थे।
हालांकि, ऐसे में राजस्व विभाग और पुलिस बल को वापस लौटना पड़ा था। गौरतलब है कि इससे पहले गैंगस्टर सूबे गुर्जर के परिजनों ने उसकी जमीन की नीलामी को कोर्ट में चुनौती देते हुए स्टे लिया था, लेकिन कुछ दिन पहले गुरुग्राम पुलिस की कोर्ट में मजबूत पैरवी को देखते हुए कोर्ट ने स्टे को हटा दिया था। उसी कड़ी में बुधवार को नीलामी के लिए पहुंचे थे, लेकिन उसकी जमीन खरीदने कोई नहीं पहुंचा।
नायब तहसीलदार जगदीश ने बताया कि वह बुधवार को गैंगस्टर सूबे गुर्जर की संपत्ति की नीलामी के लिए आए थे, लेकिन नीलामी में शामिल होने के लिए कोई भी नहीं पहुंचा। गैंगस्टर की बार गुर्जर और मानेसर में प्रकाश अस्पताल के पास जमीन है।
गौरतलब है कि बार गुर्जर निवासी व कुख्यात गैंगस्टर सूबे सिंह पर गुरुग्राम पुलिस के साथ कई जिलों की पुलिस भी इनाम घोषित कर चुकी है। 10 से अधिक हत्या व अन्य मामलों में आरोपित कुख्यात गैंगस्टर सूबे सिंह के खिलाफ गुरुग्राम सहित आसपास के जिलों में 10 से अधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, फिरौती से लेकर जान से मारने की धमकी देने के मामले भी शामिल हैं। सूबे के पास मानेसर गांव में 600 गज का प्लॉट है। गांव में लगभग एक एकड़ पैतृक जमीन है। दोनों की कीमत लगभग चार करोड़ रुपये आंकी गई है। बता दें कि बीते दिसंबर महीने में पुलिस आयुक्त केके राव ने नए साल के दौरान सभी भगोड़े अपराधियों की संपत्ति नीलाम करने की बात कही थी।