राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक अजीबोगरीब चोर पकड़ा गया है, जिसे पुलिस ने मंदिर में दान किए गए पैसों के जरिए पकड़ा है। बताया जा रहा है कि पहले इस बदमाश ने दो लोगों से बन्दूक के दम पर 45 लाख की लूट की। उसके बाद मंदिर में 50 हजार का दान भी दिया। लूट के बाद पुलिस इस चोर के पीछे लगी हुई थी, इसी कड़ी में दान दिए पैसों से ही पुलिस इस चोर तक जा पहुंची और इसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि, चोर घटना को अंजाम देने व गुमराह करने के इरादे से दो शर्ट पहन कर आया था। लूट को अंजाम देने के बाद चोर ने अपनी शर्ट अजमेर पुलिया के पास कार में बैठते ही उतार के फेंक दी थी। लेकिन इस बात की जरा भी भनक नहीं लगी कि यह पूरा घटनाक्रम पास में ही लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है। जब लूट के मामले में पुलिस ने तलाश शुरू की तो जांच में पार्थ नाम के एक शख्स की बात सामने आई। इसके बाद पुलिस ने पार्थ को दबोच लिया और उसी की निशानदेही पर लूट में अन्य शामिल लोगों का नाम भी सामने आ गया। पार्थ ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने मास्क व डबल कपड़े इसलिए पहन रखे थे ताकि वे पुलिस को गुमराह कर सके। लेकिन वे सीसीटीवी से बच न सके।
गुजरात के रहने वाले हैं लुटेरे
मामले का खुलासा करते हुए SHO विक्रम सिंह ने बताया कि ये सभी 5 लुटेरे गुजरात के पाटन के रहने वाले हैं। इन सभी के नाम हनुमान सहाय बुनकर, मोहित, बंटी, हंसा शर्मा, और पार्थ व्यास है। उन्होंने आगे बताया कि, बीते 10 मार्च को शहर के केडीएम एंटरप्राइजेज नाम के एक दफ्तर में घुसकर बंदूक की नोक पर 45 लाख रुपए लूट लिए थे। इसके बाद इन्होने पैसे आपस में बांट लिए और 50 हज़ार मंदिर में दान करने के लिए रास्ते में रुके थे, तभी वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में इनकी फुटेज आ गई और ये सब पकड़े जा सके। SHO ने बताया कि, इस मामले में हंसा और मोहित को जेल भेज दिया गया है जबकि बाकी लोग 3 दिन की पुलिस रिमांड पर हैं।