पूर्वांचल का एम्स कहे जाने वाले बीएचयू के ट्रामा सेंटर में बड़ी लापरवाही सामने आई है। बीएचयू अस्पताल में दांत का एक गंभीर आपरेशन चल रहा था, इतने में बिजली चली गई। जनरेटर भी काम नहीं कर रहा था तो आपातकाल में डाक्टरों की टीम ने अपने-अपने मोबाइल निकाले और प्लैश जलाकर पूरा आपरेशन कर डाला। यही नहीं यह इस घटना का बकायदा एक वीडियो भी बनाया और लोगों से साझा कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि बीएचयू के डाक्टरों ने ही आपरेशन की तस्वीरें भी वायरल की हैं। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। जनरेटर होने के बावजूद आपरेशन थिएटर में बिजली का न रहना लापरवाही मानी जा रही है। इससे एम्स की तस्वीर प्रस्तुत करने वाले बीएचयू की स्वास्थ्य सुविधाओं पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है।
सोमवार को सुबह दस बजे एक मरीज को ओटी में आपरेशन के लिए शिफ्ट किया गया था। 10 बजकर 20 मिनट में ही बिजली गुल हो गई, ऐसे में आपरेशन बीच में रूकने से मरीज की जान को खतरा हो सकता था। इसको देखते हुए मोबाइल टार्च जलाया गया। डा. टीपी चतुर्वेदी ने बताया कि डीन डा. विनय श्रीवास्तव द्वारा लापरवाही जहां से हुई है उसकी जांच की जा रही है।
मोबाइल की लाइट में आपरेशन किए जाने पर दंत चिकित्सा विज्ञान संकाय के प्रमुख प्रो. विनय श्रीवास्तव ने बताया कि जनरेटर खराब नहीं था, इसके पीछे कोई और गड़बड़ी हुई है। इस लापरवाही में जो-जो जिम्मेदार होंगे उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूछताछ और जांच शुरू कर दी गई है, इसमें तीन से चार दिन लगता है। रिपोर्ट आने के बाद इसके त्रुटि के लिए जो भी जिम्मेदार होंगे दंडित किया जाएगा।