बिहार में नीतीश कुमार कैबिनेट में मंत्री रामसूरत राय के स्कूल में शराब की खेप मिलने के बाद नेता प्रतिपक्ष सह राजद नेता नीतीश सरकार और मंत्री पर लगातार हमलावर बने हुए हैं। तेजस्वी ने एक बार फिर इस मामले में मंत्री रामसूरत राय की बर्खास्तगी की मांग की। शनिवार सुबह राबड़ी आवास पर मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि मंत्री ही उस स्कूल के संचालक हैं जहां शराब पकड़ी गई थी। नेता प्रतिपक्ष से सवाल उठाते हुए कहा कि अगर किसी को लीज पर दिया था तो उसका एग्रीमेंट प्रस्तुत करें।
तेजस्वी ने याद दिलाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि जिस भवन में भी शराब मिलेगा वहां थाना खोला जाएगा तो अभी तक वहां थाना क्यों नहीं खोला गया। वहीं उन्होंने कहा कि स्कूल में शराब मिलने के प्रकरण में जिस अमरेंद्र को जेल भेजा गया है उसके भाई अंशु ने कहा कि स्कूल में शराब का ट्रैक आने की सूचना मेरे भाई ने ही थाने को दी थी। इसके बावजूद उसे ही आरोपी बनाकर जेल भेज दिया गया।
आपको बता दें कि इससे पहले मंत्री रामसूरत को बचाने का आरोप लगाते हुए तेजस्वी ने यहां तक कह दिया था कि असली शराब माफिया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। उन्होंने कहा था कि मंत्री रामसूरत राय के स्कूल से शराब मिली है। इस मामले में रामसूरत राय के भाई के खिलाफ एफआईआर की कॉपी भी है। जिस स्कूल से शराब बरामद हुई है उसके व्यवस्थापक रामसूरत के भाई हंसराज हैं, लेकिन सबूत होने के बावजूद इन दोनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि मंत्री के स्कूल का नाम ज्ञान विद्या मंदिर है लेकिन वहां किस तरह का ज्ञान दिया जा रहा है ये समझ से परे है।
तेजस्वी ने नीतीश कुमार से मंत्री रामसूरत को तुरंत पद से हटाने की मांग करते हुए कहा कि नीतीश कुमार देश के सबसे बेबस और थके हुए सीएम हैं। देश का दूसरा कोई सीएम नीतीश की तरह कमजोर नहीं है। इस दौरान उन्होंने था कि बिहार पुलिस ने भी माना है कि राज्य से 9 लाख लीटर शराब जब्त हुई है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार में आज शराब सबसे ज्यादा मुनाफे वाला कारोबार हो गया है।